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लक्ष्मण झूला पुल को लेकर हैं कई विकल्प, विशेषज्ञों की ली जा रही मदद

लक्ष्मण झूला पुल को फिर से चालू करने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विशेषज्ञों को रिपोर्ट तैयार करने को कहा है, ताकि जल्द से जल्द लक्ष्मण झूला को रिपेयर किया जा सके.

लक्ष्मण झूला पुल
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Published : Jul 16, 2019, 7:53 PM IST

Updated : Jul 16, 2019, 10:27 PM IST

ऋषिकेशः लक्ष्मण झूला पुल को सरकार संरक्षित करेगी और इसके दूसरे विकल्पों को आवाजाही के लिए प्राथमिकता देगी. सुरक्षा के लिहाज से लक्ष्मण झूला पुल को फिलहाल बंद कर दिया गया है. पुल के ट्रीटमेंट और उसकी लाइफ बढ़ाने को विशेषज्ञों से राय ली जा रही है. हालांकि लक्ष्मण झूला को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि इसे फिर से सही किया जा सकता है, जिसमें करीब दो से ढाई महीने का वक्त लगेगा, ताकि आने वाले समय में लक्ष्मण झूला पर आवाजाही शुरू हो सके.

सीएम ने बताए क्या है विकल्प.
90 साल पुराने इस लक्ष्मण झूला पुल को विशेषज्ञ अब आवाजाही के लिए मुफीद नहीं मान रहे हैं. पुल को फिर से चालू करने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विशेषज्ञों को रिपोर्ट तैयार करने को कहा है, ताकि जल्द से जल्द लक्ष्मण झूला को रिपेयर किया जा सके. साथ ही सीएम ने विशेषज्ञों को पुल के ट्रीटमेंट और उसकी लाइफ बढ़ाने पर फोकस करने को कहा है.

पढ़ें- श्रद्धालुओं ने गुरु पूर्णिमा पर लिया संतों का आशीर्वाद, विदेशियों ने विधि-विधान से की गुरु पूजा

वहीं सीएम ने बताया कि ऋषिकेश आने वाले यात्री गंगा के इस पार से दूसरे पार तक जाने के लिए अन्य विकल्प का प्रयोग कर सकते हैं. साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने तीर्थयात्रियों को रामझूला, आईडीपीएल का ब्रिज और मोहन चट्टी में मोटरेबल डबल लेन पुल को आवाजाही के लिए विकल्प के तौर पर प्रयोग करने को कहा. कांवड़ यात्रियों और प्रदेश के लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने लक्ष्मण झूला पुल पर आवागमन बंद कर दिया है.

साथ ही सीएम ने बताया कि लक्ष्मण झूला पुल एक तरफ झुक रहा है और विशेषज्ञ अब इस पुल को आवाजाही के लिए मुफीद नहीं मान रहे हैं. क्योंकि इस पुल पर मानकों की काफी अनदेखी की गई है. साथ ही बताया कि इस पुल से लोगों का भावनात्मक जुड़ाव रहा है, विकल्प निकाले जा रहे हैं. आज ऐसी टेक्नोलॉजी है और उस पर काम किया जाए तो दो ढाई महीने में पुल को ठीक किया जा सकता है.

ऋषिकेशः लक्ष्मण झूला पुल को सरकार संरक्षित करेगी और इसके दूसरे विकल्पों को आवाजाही के लिए प्राथमिकता देगी. सुरक्षा के लिहाज से लक्ष्मण झूला पुल को फिलहाल बंद कर दिया गया है. पुल के ट्रीटमेंट और उसकी लाइफ बढ़ाने को विशेषज्ञों से राय ली जा रही है. हालांकि लक्ष्मण झूला को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि इसे फिर से सही किया जा सकता है, जिसमें करीब दो से ढाई महीने का वक्त लगेगा, ताकि आने वाले समय में लक्ष्मण झूला पर आवाजाही शुरू हो सके.

सीएम ने बताए क्या है विकल्प.
90 साल पुराने इस लक्ष्मण झूला पुल को विशेषज्ञ अब आवाजाही के लिए मुफीद नहीं मान रहे हैं. पुल को फिर से चालू करने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विशेषज्ञों को रिपोर्ट तैयार करने को कहा है, ताकि जल्द से जल्द लक्ष्मण झूला को रिपेयर किया जा सके. साथ ही सीएम ने विशेषज्ञों को पुल के ट्रीटमेंट और उसकी लाइफ बढ़ाने पर फोकस करने को कहा है.

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वहीं सीएम ने बताया कि ऋषिकेश आने वाले यात्री गंगा के इस पार से दूसरे पार तक जाने के लिए अन्य विकल्प का प्रयोग कर सकते हैं. साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने तीर्थयात्रियों को रामझूला, आईडीपीएल का ब्रिज और मोहन चट्टी में मोटरेबल डबल लेन पुल को आवाजाही के लिए विकल्प के तौर पर प्रयोग करने को कहा. कांवड़ यात्रियों और प्रदेश के लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने लक्ष्मण झूला पुल पर आवागमन बंद कर दिया है.

साथ ही सीएम ने बताया कि लक्ष्मण झूला पुल एक तरफ झुक रहा है और विशेषज्ञ अब इस पुल को आवाजाही के लिए मुफीद नहीं मान रहे हैं. क्योंकि इस पुल पर मानकों की काफी अनदेखी की गई है. साथ ही बताया कि इस पुल से लोगों का भावनात्मक जुड़ाव रहा है, विकल्प निकाले जा रहे हैं. आज ऐसी टेक्नोलॉजी है और उस पर काम किया जाए तो दो ढाई महीने में पुल को ठीक किया जा सकता है.

Intro:ऋषिकेश स्थित लक्ष्मण झूला पुल को सरकार संरक्षित करेगी और इसके दूसरे विकल्पों को आवाजाही के लिए प्राथमिकता देगी। सुरक्षा के लिहाज से लक्ष्मण झूला पुल को फिलहाल बंद किया गया है। पुल के ट्रीटमेंट और उसकी लाइफ बढ़ाने पर विशेषज्ञों से राय ली जा रही है। हालांकि लक्ष्मण झूला को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि लक्ष्मण झूला को फिर से सही किया जा सकता है जिसमे करीब दो से ढाई महीने का वक्त लगेगा, ताकि आने वाले समय में लक्ष्मण झूला पर आवाजाही शुरू हो सके।


Body:90 साल पुराने इस लक्ष्मण झूला पुल को विशेषज्ञ अब आवाजाही के लिए मुफीद नहीं मान रहे हैं। पुल को फिर से चालू करने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विशेषज्ञों को रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है ताकि जल्द से जल्द लक्ष्मण झूला को रिपेयर किया जा सके। साथ ही सीएम ने विशेषज्ञों को पुल के ट्रीटमेंट और उसकी लाइफ बढ़ाने पर फोकस करने को कहा है। 

वहीं सीएम ने बताया कि ऋषिकेश आने वाले यात्री गंगा के इस पार से दूसरे पार तक जाने के लिए अन्य विकल्प का प्रयोग कर सकते है। साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने तीर्थयात्रियों को रामझूला, आईडीपीएल का ब्रिज और मोहन चट्टी में मोटरेबल डबल लेन पुल को आवाजाही के लिए विकल्प के तौर पर प्रयोग करने को कहा। कांवड़ यात्रियों और प्रदेश के लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने लक्ष्मण झूला पुल पर आवागमन बंद करने का निर्णय लिया है।


साथ ही सीएम ने बताया कि लक्ष्मण झूला पुल एक तरफ झुक रहा है और विशेषज्ञ अब इस पुल को आवाजाही के लिए मुफीद नहीं मान रहे हैं। क्योंकि इस पुल पर मानकों की काफी अनदेखी की गई हैैैै। साथ ही बताया कि इस पुल से लोगों का भावनात्मक जुड़ाव रहा है हम विकल्प निकाल रहे हैं। आज ऐसी टेक्नोलॉजी है और उस पर काम किया जाए तो दो ढाई महीने में पुल को ठीक किया जा सकता है। सीएम ने कहा कि विशेषज्ञों को उनके निर्णय पर पहुंचना है। 

बाइट - त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड


Conclusion:
Last Updated : Jul 16, 2019, 10:27 PM IST
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