ऋषिकेशः लक्ष्मण झूला पुल को सरकार संरक्षित करेगी और इसके दूसरे विकल्पों को आवाजाही के लिए प्राथमिकता देगी. सुरक्षा के लिहाज से लक्ष्मण झूला पुल को फिलहाल बंद कर दिया गया है. पुल के ट्रीटमेंट और उसकी लाइफ बढ़ाने को विशेषज्ञों से राय ली जा रही है. हालांकि लक्ष्मण झूला को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि इसे फिर से सही किया जा सकता है, जिसमें करीब दो से ढाई महीने का वक्त लगेगा, ताकि आने वाले समय में लक्ष्मण झूला पर आवाजाही शुरू हो सके.
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वहीं सीएम ने बताया कि ऋषिकेश आने वाले यात्री गंगा के इस पार से दूसरे पार तक जाने के लिए अन्य विकल्प का प्रयोग कर सकते हैं. साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने तीर्थयात्रियों को रामझूला, आईडीपीएल का ब्रिज और मोहन चट्टी में मोटरेबल डबल लेन पुल को आवाजाही के लिए विकल्प के तौर पर प्रयोग करने को कहा. कांवड़ यात्रियों और प्रदेश के लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने लक्ष्मण झूला पुल पर आवागमन बंद कर दिया है.
साथ ही सीएम ने बताया कि लक्ष्मण झूला पुल एक तरफ झुक रहा है और विशेषज्ञ अब इस पुल को आवाजाही के लिए मुफीद नहीं मान रहे हैं. क्योंकि इस पुल पर मानकों की काफी अनदेखी की गई है. साथ ही बताया कि इस पुल से लोगों का भावनात्मक जुड़ाव रहा है, विकल्प निकाले जा रहे हैं. आज ऐसी टेक्नोलॉजी है और उस पर काम किया जाए तो दो ढाई महीने में पुल को ठीक किया जा सकता है.