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कोरोना वारियर्स की मृत्यु पर मिलेगी 10 लाख की राहत राशि, नियम तोड़ने पर अब ज्यादा जुर्माना

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Published : Aug 8, 2020, 7:45 PM IST

Updated : Aug 8, 2020, 8:07 PM IST

उत्तराखंड में कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री की तरफ से जिलाधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए गये हैं. नियम तोड़ने वालों को अब ज्यादा जुमाने की राशि देनी होगी. इसके साथ ही कोविड वारियर्स की मृत्यु पर मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये देने की घोषणा की गई है.

देहरादून
देहरादून

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. जिससे अब सरकार भी चिंतित नजर आ रही है. इसी को लेकर शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में स्वास्थ्य विभाग और सभी जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की.

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोरोना की रोकथाम और बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने पर विशेष ध्यान दिया जाए. कोरोना की चेन तोड़ने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए.

नियम तोड़ने पर अब ज्यादा जुर्माना.

इस दौरान जो नियमों का उल्लंघन करें उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. जो लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं उन पर जुर्माना लगाया जाए, लेकिन जुर्माना लगाने के साथ उन्हें 4-4 वॉशेबल मॉस्क भी दिये जाएं.

बैठक में तय किया गया कि सार्वजनिक स्थल पर पहली बार मॉस्क का उपयोग न करने वाले पर 200 रुपए और दूसरी बार 500 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा. हाई रिस्क एरिया या अन्य राज्यों से आने वाला व्यक्ति यदि ट्रैवल हिस्ट्री छुपाता है या फिर कोई गलत जानकारी देता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें- कोरोना मरीज हो सकेंगे होम आइसोलेट, जानें- होम क्वारंटाइन और आइसोलेशन में अंतर

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि बैठक में कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिये गए हैं. सर्विलांस सिस्टम को और मजबूत करने पर जोर दिया गया है. बुजुर्ग, बच्चे और बीमार व्यक्ति बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें. कोविड रिकवरी रेट में सुधार और मृत्युदर को कम करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे.

इसके साथ ही सीनियर डॉक्टर अस्पताल में भर्ती कोविड मरीजों की पर्सनल केयर करेंगे. किसी भी जिले में ऑक्सीजन की कमी न हो इसके लिये जिलाधिकारी, सीडीओ और सीएमओ खुद इसकी मॉनेटरिंग करेंगे. इसके अलावा जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जो लोग प्राइवेट लैब में टेस्ट कर रहे हैं उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर सही हो.

आशा फैसिलिटेटर को भी दी जाएगी सम्मान निधि

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घोषणा की है कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की तरह ही आशा फैसिलिटेटर को भी दो-दो हजार रुपए सम्मान निधि के रूप में दिया जाए. आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मुख्यमंत्री ने रक्षा बंधन के अवसर पर एक-एक हजार रुपये देने की घोषणा की थी. सीएम ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि यह सम्मान राशि लाभार्थियों के खाते में जल्द डाली जाए. यही नहीं, कोविड वारियर्स की मृत्यु पर मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये देने की घोषणा की गई है.

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. जिससे अब सरकार भी चिंतित नजर आ रही है. इसी को लेकर शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में स्वास्थ्य विभाग और सभी जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की.

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोरोना की रोकथाम और बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने पर विशेष ध्यान दिया जाए. कोरोना की चेन तोड़ने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए.

नियम तोड़ने पर अब ज्यादा जुर्माना.

इस दौरान जो नियमों का उल्लंघन करें उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. जो लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं उन पर जुर्माना लगाया जाए, लेकिन जुर्माना लगाने के साथ उन्हें 4-4 वॉशेबल मॉस्क भी दिये जाएं.

बैठक में तय किया गया कि सार्वजनिक स्थल पर पहली बार मॉस्क का उपयोग न करने वाले पर 200 रुपए और दूसरी बार 500 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा. हाई रिस्क एरिया या अन्य राज्यों से आने वाला व्यक्ति यदि ट्रैवल हिस्ट्री छुपाता है या फिर कोई गलत जानकारी देता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें- कोरोना मरीज हो सकेंगे होम आइसोलेट, जानें- होम क्वारंटाइन और आइसोलेशन में अंतर

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि बैठक में कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिये गए हैं. सर्विलांस सिस्टम को और मजबूत करने पर जोर दिया गया है. बुजुर्ग, बच्चे और बीमार व्यक्ति बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें. कोविड रिकवरी रेट में सुधार और मृत्युदर को कम करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे.

इसके साथ ही सीनियर डॉक्टर अस्पताल में भर्ती कोविड मरीजों की पर्सनल केयर करेंगे. किसी भी जिले में ऑक्सीजन की कमी न हो इसके लिये जिलाधिकारी, सीडीओ और सीएमओ खुद इसकी मॉनेटरिंग करेंगे. इसके अलावा जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जो लोग प्राइवेट लैब में टेस्ट कर रहे हैं उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर सही हो.

आशा फैसिलिटेटर को भी दी जाएगी सम्मान निधि

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घोषणा की है कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की तरह ही आशा फैसिलिटेटर को भी दो-दो हजार रुपए सम्मान निधि के रूप में दिया जाए. आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मुख्यमंत्री ने रक्षा बंधन के अवसर पर एक-एक हजार रुपये देने की घोषणा की थी. सीएम ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि यह सम्मान राशि लाभार्थियों के खाते में जल्द डाली जाए. यही नहीं, कोविड वारियर्स की मृत्यु पर मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये देने की घोषणा की गई है.

Last Updated : Aug 8, 2020, 8:07 PM IST
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