चंपावतः जिले में भी टेढ़े-मेढ़े दांतों का इलाज जिला अस्पताल में संभव हो गया है. जिला अस्पताल में एमडी दंत चिकित्सक बबीता वर्मा ने स्वयं के खर्चे पर सर्जरी शुरू कर दी है. उन्होंने अस्पताल में सामान एवं अन्य उपकरणों के लिए बजट की मांग की है.
एमडी दंत चिकित्सक वर्मा ने उपचार की दर निर्धारित करने के लिए एक पत्र बीएएमएस को लिखा है. बता दें कि कुमाऊं क्षेत्र में डॉक्टर वर्मा इकलौती एमडी चिकित्सक हैं. उनके आने से जिला अस्पताल में टेढ़े-मेढ़े दांतों का इलाज संभव हो गया है.
डॉक्टर वर्मा ने बताया कि दांतों के उपचार में प्रयोग किए जाने वाले उपकरण व सामान काफी महंगे होते हैं. शिशु में दांतों का टेढ़ा-मेढ़ा दिखना अधिकांशतः 6 वर्ष में शुरू हो जाता है, ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.