चंपावतः खेतीखान-धामीसौन-चंपावत मोटर मार्ग के निर्माण की मांग को लेकर विकास एवं संघर्ष समिति का दूसरे दिन भी उपवास कार्यक्रम जारी रहा. कलेक्ट्रेट परिसर में जारी उपवास को विभिन्न जनप्रतिनिधियों ने अपना समर्थन दिया. इस दौरान समिति ने चंपावत में पॉलीटेक्निक कॉलेज बंद होने पर भी रोष प्रकट किया.
बता दें कि इससे पहले भी चंपावत संघर्ष समिति ने सड़क निर्माण को लेकर पदयात्रा की थी. जिसमें उन्होंने चंपावत, ढकना, नरसिंहडाडा, धामीसौंन गांव में जनसंपर्क अभियान चलाया था. साथ ही लोगों को सड़क के महत्व को बताते हुए जागरूक किया था. बीते रोज से विकास एवं संघर्ष समिति के कार्यकर्ता दो दिवसीय उपवास पर हैं. संघर्ष समिति के सदस्यों ने सरकार से जल्द खेतीखान-धामीसौन-चंपावत मोटर मार्ग को स्वीकृति देने की मांग की है.
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बुधवार को भी संघर्ष समिति के संयोजक हरेंद्र बोहरा के नेतृत्व में कलक्ट्रेट परिसर में उपवास कार्यक्रम में बैठे लोगों ने नारेबाजी की. साथ ही प्रस्तावित सड़क निर्माण की मांग उठाई. उनका कहना है कि खेतीखान-धामीसौन-चंपावत मोटर मार्ग निर्माण से चंपावत और खेतीखान के बीच की 30 किमी की दूरी महज 15 किमी रह जाएगी. साथ ही लोगों को आवाजाही में आसानी होगी.