चंपावत: भारत में नए सीएए और एनआरसी के बनने के बाद से ही विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है. कहीं रैलियां निकाली जा रही हैं तो कहीं हिंसक प्रदर्शन भी हो रहे हैं. इस मामले में राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा एनआरसी और सीएए एक्ट लोगों को धार्मिक विभाजनों में बांट रहा है. भारतीय संविधान देश की नागरिकता में भेद नहीं करता है. पूरे देश में कानून का विरोध हो रहा है.
नागरिकता संशोधन बिल के माध्यम से महज कुछ देशों के लोगों को ही नागरिकता दी जा रही है. बीजेपी एक धर्म विशेष को अलगाव में डाल रही है. देश के संविधान को भाजपा खत्म करने का कार्य कर रही है.उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा की केंद्र सरकार पूरे देश में एनआरसी लागू करने जा रही है. साथ ही कहा जैसे नोटबंदी पूरे देश को सड़क पर ले आया था, अब फिर से लोगों को लाइन में खड़ा होकर अपनी नागरिकता साबित करनी होगी.
ये भी पढ़ें: पूर्वी बांगर में तीन दिवसीय किसान मेले का शुभारंभ, विधायक चौधरी ने की शिरकत
सरकार महंगाई पर लगाम नहीं लगा पा रही है. वहीं तमाम उद्योग धंधे बंद हो रहे है. देश में बेरोगारी चरम पर है, लोगों को रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने शासित प्रदेशों में एनआरसी को लागू नहीं होने देगी, यह एक जनविरोधी कानून है.