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नौ साल बाद घर लौटा ITBP का जवान, दिल्ली के कनाट प्लेस के पास मंदिर में मिला, अब खुलेंगे कई राज

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Published : Nov 20, 2019, 5:00 PM IST

Updated : Nov 20, 2019, 6:04 PM IST

परिजनों ने विक्रम के लौटने की उम्मीद भी छोड़ दी थी. विक्रम की पत्नी मंजू और उसके दो बच्चे गांव में ही रहते हैं.

विक्रम सिंह

चंपावत: डुंगरासेठी गांव में जश्न का माहौल है. बुधवार को गांव का आईटीबीपी जवान नौ साल बाद अपने परिवार के वापस लौट आया. जवान विक्रम सिंह चौधरी के स्वागत के लिए पूरे गांव में उत्साह देखने को मिला. विक्रम पिछले नौ साल से लापता था, उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी. विक्रम चंपवात के एक युवक नाथ सिंह को दिल्ली के कनाट प्लेस के पास मंदिर में मिला.

जानकारी के मुताबिक डुंगरासेठी निवासी विक्रम सिंह चौधरी 1986 में आईटीबीपी में उपनिरीक्षक पद पर भर्ती हुए थे. नवंबर 2009 में विक्रम एक माह की छुट्टी पर घर आए थे. 20 दिसंबर को वह छुट्टी से वापस कानपुर के बरोरा गुजैनी स्थित आईटीबीपी की 32वीं बटालियन को रवाना हुए. दो फरवरी 2010 को परिजनों को सूचना मिली कि विक्रम कैंप नहीं पहुंचे. इसके बाद परिजन और आईटीबीपी ने उसकी कई जगह तलाश की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा.

नौ साल पहले गायब हुआ आईटीबीपी जवान दिल्ली में मिला.

पढ़ें- ड्यूटी से लौट रहे वनकर्मी पर हाथी ने किया हमला, अस्पताल में भर्ती

परिजनों ने एसडीएम से लेकर गृह मंत्रालय तक पत्राचार किया. पुलिस में गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी, लेकिन विक्रम का कहीं पता नहीं चल पाया. परिजनों ने विक्रम के लौटने की उम्मीद भी छोड़ दी थी. विक्रम की पत्नी मंजू और उसके दो बच्चे गांव में ही रहते हैं. इसी बीच सल्ली-सायली निवासी नाथ सिंह ने तीन-चार दिन पूर्व विक्रम को दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर से ढूंढ निकाला.

नाथ ने विक्रम की उनके बड़े बेटे संदीप से फोन पर बात भी कराई. विक्रम के बारे में परिजनों को जैसे ही जानकारी मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. नाथ बुधवार सुबह नौ बजे विक्रम को लेकर गांव पहुंचे.

पढ़ें- ज्यादा बिजली बिल और खराब मीटर से लोग परेशान, कार्यायल से अधिकारी नदारद

विक्रम की पत्नी मंजू ने बताया कि आज वो बहुत खुश हैं. नौ साल से वो अपने पति की तलाश कर रही थी. इन नौ सालों में विक्रम की दो बेटियों और एक बेटे की शादी भी हो गई. छोटे बेटे प्रदीप की पढ़ाई पूरी हो गयी है. अपने पिता के बारे में बात करते करते प्रदीप भी भावुक हो गया.

चंपावत: डुंगरासेठी गांव में जश्न का माहौल है. बुधवार को गांव का आईटीबीपी जवान नौ साल बाद अपने परिवार के वापस लौट आया. जवान विक्रम सिंह चौधरी के स्वागत के लिए पूरे गांव में उत्साह देखने को मिला. विक्रम पिछले नौ साल से लापता था, उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी. विक्रम चंपवात के एक युवक नाथ सिंह को दिल्ली के कनाट प्लेस के पास मंदिर में मिला.

जानकारी के मुताबिक डुंगरासेठी निवासी विक्रम सिंह चौधरी 1986 में आईटीबीपी में उपनिरीक्षक पद पर भर्ती हुए थे. नवंबर 2009 में विक्रम एक माह की छुट्टी पर घर आए थे. 20 दिसंबर को वह छुट्टी से वापस कानपुर के बरोरा गुजैनी स्थित आईटीबीपी की 32वीं बटालियन को रवाना हुए. दो फरवरी 2010 को परिजनों को सूचना मिली कि विक्रम कैंप नहीं पहुंचे. इसके बाद परिजन और आईटीबीपी ने उसकी कई जगह तलाश की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा.

नौ साल पहले गायब हुआ आईटीबीपी जवान दिल्ली में मिला.

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परिजनों ने एसडीएम से लेकर गृह मंत्रालय तक पत्राचार किया. पुलिस में गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी, लेकिन विक्रम का कहीं पता नहीं चल पाया. परिजनों ने विक्रम के लौटने की उम्मीद भी छोड़ दी थी. विक्रम की पत्नी मंजू और उसके दो बच्चे गांव में ही रहते हैं. इसी बीच सल्ली-सायली निवासी नाथ सिंह ने तीन-चार दिन पूर्व विक्रम को दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर से ढूंढ निकाला.

नाथ ने विक्रम की उनके बड़े बेटे संदीप से फोन पर बात भी कराई. विक्रम के बारे में परिजनों को जैसे ही जानकारी मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. नाथ बुधवार सुबह नौ बजे विक्रम को लेकर गांव पहुंचे.

पढ़ें- ज्यादा बिजली बिल और खराब मीटर से लोग परेशान, कार्यायल से अधिकारी नदारद

विक्रम की पत्नी मंजू ने बताया कि आज वो बहुत खुश हैं. नौ साल से वो अपने पति की तलाश कर रही थी. इन नौ सालों में विक्रम की दो बेटियों और एक बेटे की शादी भी हो गई. छोटे बेटे प्रदीप की पढ़ाई पूरी हो गयी है. अपने पिता के बारे में बात करते करते प्रदीप भी भावुक हो गया.

Intro:स्लग-गुमशुदा जवान
- 10 साल पहले लापता हुवा आईटीबीपी का जवान घर पहुंचा
एंकर-चम्पावत के डुंगरासेठी गांव में जश्न का माहौल है। बुधवार को गांव का आईटीबीपी जवान नौ साल बाद अपने परिवार में वापस लौट आया। जवान विक्रम सिंह चैधरी के स्वागत के लिए पूरे गांव में उत्साह देखने को मिला। बताया जा रहा है कि विक्रम की मांनसिक हालत ठीक नहीं थी वह दिल्ली कनाट प्लेस में एक मंदिर में चम्पावत के एक युवक नाथ सिंह मिले थे।


Body:डुंगरासेठी निवासी विक्रम सिंह चैधरी 1986 में आईटीबीपी में उपनिरीक्षक पद पर भर्ती हुए थे। नवंबर 2009 में विक्रम एक माह की छुट्टी पर आए और 20 दिसंबर को वह छुट्टी से वापस कानपुर के बरोरा गुजैनी स्थित आईटीबीपी की 32वीं बटालियन को रवाना हुए। दो फरवरी 2010 को परिजनों को सूचना मिली कि विक्रम कैंप नहीं पहुंचे। सभी जगह खोज के बाद भी उनका सुराग नहीं लग पाया।Conclusion:परिजनों ने एसडीएम से लेकर गृह मंत्रालय तक पत्राचार किया। पुलिस में गुमशुदगी दर्ज कराई, लेकिन विक्रम का कहीं पता नहीं चल पाया। ज्यों-ज्यों समय बीतता गया त्यों-त्यों उनके सकुशल लौटने की उम्मीदें क्षीण होती चली गईं। गांव में पत्नी मंजू अपने दोनों बच्चों संग रहती हैं। इसी बीच सल्ली-सायली निवासी नाथ सिंह ने तीन-चार दिन पूर्व उन्हें दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर से ढूंढ निकाला।
उन्होंने बड़े बेटे संदीप से फोन पर बात भी कराई। विक्रम के बारे में परिजनों को जानकारी मिली तो परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। नाथ सिंह और विक्रम के रिस्तेदार उसे को लेकर बुधवार सुबह 9 बजे बु गांव पहुंच गए।
विक्रम की पत्नी मंजू पति के सकुशल मिलने की सूचना पर बोलीं कि उनका मन बहुत खुश है। उनके घर पहुंचने पर गांव के साथ सभी रिस्तेदार मिलने पहुंच गए। तिलक लगाकर विक्रम का घर में स्वागत किया। इनद सालों में विक्रम दो बेटियों और एक लडके का विवाह हो गया था। छोटा बेटे प्रदीप की पढाई पुरी हो गयी है। अपने पिता के बारे में बात करते करते प्रदीप बहुत भावुक हो गया।
बाइट -1- प्रदीप सबसे छोटा बेटा
बाइट 2- विक्रम की पत्नि मन्जू
Last Updated : Nov 20, 2019, 6:04 PM IST
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