चंपावत: प्रवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए उद्योग विभाग व चंपावत जिला प्रशासन ने आज जिला सभागार में प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत जिले भर से आए 66 लोगों के साक्षात्कार लिए गए हैं. इसका मकसद लॉकडाउन में बेरोजगार हुए प्रवासियों को रोजगार प्रदान करना है. चंपावत जिले के पहाड़ी क्षेत्र में होने के कारण इसे 'ए' कैटेगरी में रखा गया है और यहां स्वरोजगार करने वाले प्रवासियों को 25% मार्जिन मनी के साथ ऋण उपलब्ध कराया जाएगा.
दरअसल, कोरोना महामारी के बाद राज्य सरकार के सामने रिवर्स पलायन को रोकना एक बहुत बड़ी चुनौती है, जिसको देखते हुए राज्य सरकार स्वरोजगार पर जोर दे रही है तथा प्रवासियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर उन्हें सस्ती ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध करवा रही है.
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बता दें कि चंपावत जिले में बाहरी राज्यों में काम करने वाले लगभग 20,000 से अधिक प्रवासी अपने गांव पहुंचे हैं, जिनके आगे रोजी रोटी का संकट खड़ा है, ऐसे में सरकार प्रवासियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तथा पलायन को रोकने के लिए उन्हें स्वरोजगार की ओर प्रेरित कर रही है.