चंपावत: नेपाल के लोगों की ओर से टनकपुर से लगी सीमा पर विवादित नो मैंस लैंड पर कब्जे का प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में एसएसबी की टीम ने मौके पर पहुंचकर कब्जा कर रहे लोगों को वहां से खदेड़ कर वापस नेपाल भेज दिया है. जिसके बाद गुस्साएं लोगों ने एनएचपीसी की ओर से कराए जा रहे कार्यों को बंद करवा दिया. लिहाजा, अब इस मसले को लेकर भारत व नेपाल के अधिकारियों के बीच बैठक होगी.
बता दें कि टनकपुर से लगी नेपाल की ब्रह्मदेव सीमा पर लगा सीमा स्तंभ-811 गायब है. जिस कारण नेपाल के साथ सीमा विवाद चला आ रहा है. एसएसबी के मुताबिक, नेपाल के नागरिकों ने दो दिन पहले ब्रह्मदेव बाजार के प्रवेश स्थल के समीप उत्तरी छोर पर खाली भूमि में पौधारोपण किया था. सीमेंट के नए स्तंभ गाड़कर तारबाड़ की तैयारी की जा रही थी.
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ऐसे में इसकी सूचना मिलने पर शारदा बैराज बीओपी इंचार्ज बुद्विप्रकाश मय फोर्स मौके पर पहुंचे. जिसके बाद उन्होंने उक्त भूमि को विवादित होने का हवाला देते हुए तारबाड़ का काम रोकने को कहा. जिससे गुस्साए नेपाली नागरिकों ने इसका कड़ा विरोध करते हुए ब्रह्मदेव के समीप शारदा तटबंध में एसएचपीसी की ओर से कटाव की रोकथाम को ट्रेटापोट डालने का काम रुकवा दिया.
नेपाली नागरिकों का तर्क है कि जब सीमा का विवाद है तो ब्रह्मदेव के समीप भारत की ओर से भी कोई निर्माण कार्य नहीं होने दिया जाएगा. वहीं, हंगामे की सूचना नेपाल आर्म्ड फोर्स भी मौके पर पहुंच गई. जिससे इस दौरान घटनास्थल पर तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई. ऐसे में मामले की सूचना पर सितारगंज मुख्यालय से एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट मुरारी लाल सीमा पर पहुंचे और नेपाली नागरिकों से वार्ता कर समझाने की कोशिश की. जिसके बाद नेपाली नागरिक वहां से चले गए.
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एसएसबी के मुताबिक, फिलहाल सीमा पर हालात सामान्य है. एसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि बीते दिनों नेपाल के नागरिकों ने ब्रह्मदेव के पास नो मैंस लैंड पर वृक्षारोपण किया था. जिसके बाद एसएसबी, जिला प्रशासन और सीओ टनकपुर ने नेपाल प्रशासन से वार्ता कर उन्हें समझाया. ऐसे में उनके द्वारा किए गए वृक्षारोपण को हटवाया जाएगा. साथ ही नेपाल और भारत के अधिकारियों के बीच इस मसले को लेकर बैठक होगी.