चंपावतः 30 मार्च से उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ पूर्णागिरि मेले का आगाज होगा. वहीं प्रशासन का कहना है कि हर साल 3 माह के मेले का आयोजन होता था. लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते मेले का आयोजन 3 माह की जगह 1 माह का होगा.
वहीं, पूर्णागिरि दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं में पूर्णागिरि दर्शन के बाद नेपाल ब्रह्मदेव में सिद्ध बाबा दर्शन की परंपरा रही है. लेकिन इंडो नेपाल बॉर्डर पूरी तरह भारतीयों के लिए खुला नहीं होने के कारण श्रद्धालुओं को नेपाल सिद्ध बाबा मंदिर जाने में दिक्कतें उठानी पड़ सकती हैं.
वहीं, चंपावत डीएम विनीत तोमर ने कहा कि नेपाल प्रशासन से बात की जा रही है, ताकि पूर्णागिरि दर्शन के बाद श्रद्धालु नेपाल जाकर सिद्ध बाबा के दर्शन पहले की तरह कर सकें.
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वहीं, मेले के आयोजन को लेकर जिला पंचायत और जिला प्रशासन के बीच तालमेल नहीं बन पा रहा है. मेला क्षेत्र में होने वाले मुंडन, पार्किंग, विद्युत व्यवस्था से होने वाली आय को लेकर जिला पंचायत कोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है.