चंपावत: जिले में महाराष्ट्र से आए प्रवासियों को देवीधुरा डिग्री कॉलेज में क्वारंटाइन करने को लेकर बखेड़ा खड़ा हो गया. दूसरे गांव यानी रीठासाहिब क्षेत्र के प्रवासियों को देवीधुरा में क्वारंटाइन करने से नाराज ग्रामीणों ने कनवाड़ बैंड के पास सड़क पर जाम लगा दिया. सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची. बताया जा रहा है कि इस दौरान वहां पर कुछ लोगों ने पथराव की भी कोशिश की. पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए ग्रामीणों को मौके से हटाया.
गुरुवार शाम महाराष्ट्र से आए 26 प्रवासियों को प्रशासन की देखरेख में बस से देवीधुरा कॉलेज ले जाया जा रहा था. ये सभी प्रवासी रीठासाहिब क्षेत्र के हैं. इसकी सूचना मिलते ही कई ग्रामीण कन्वाड़ बैंड पहुंचकर बस के सामने बैठ गए. तमाम मिन्नतों के बाद भी ग्रामीणों ने बस को आगे नहीं बढ़ने दिया.
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धीरे-धीरे ये विवाद बढ़ता गया. सूचना मिलते ही पाटी थाने से एसओ नारायण सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची. पुलिस क्षेत्राधिकारी ध्यान सिंह ने बताया कि ग्रामीणों को शांत करा लिया गया, जिसके बाद सभी प्रवासियों को कॉलेज में क्वारंटाइन किया गया.
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वहीं बस में सवार महाराष्ट्र से पहुंचे प्रवासियों ने जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप भी लगाया. उन्होंने बताया कि वे 3 बजे लोहाघाट पहुंच गए थे. रात के 11:00 बजे तक जिला प्रशासन उनके रहने की व्यवस्था नहीं करा पाया. एक ही बस में 26 लोगों को बिठाकर देवीधुरा भेज दिया गया जोकि उनके गृह क्षेत्र से 60 से 65 किलोमीटर दूर है. बस में इतने लोगों के सवार होने के कारण सोशल डिस्टेंस का पालन भी नहीं हुआ.