ETV Bharat / state

पंचायती चुनाव में किए गए संशोधन का कांग्रेस ने किया विरोध, दी कोर्ट जाने की धमकी

author img

By

Published : Jul 1, 2019, 4:55 PM IST

राज्य सरकार द्वारा पंचायती राज एक्ट में किए गए संशोधन को लेकर कांग्रेसियों ने कड़ा विरोध किया है. चंपावत और हल्द्वानी में कांग्रेसियों ने सीएम त्रिवेंद्र का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया.

पंचायती चुनाव में संशोधन का कांग्रेस ने किया विरोध.

चंपावत/हल्द्वानी: उत्तराखंड सरकार द्वारा पंचायती राज एक्ट में किए गए संशोधन को लेकर कांग्रेसियों ने चंपावत और हल्द्वानी में विरोध प्रदर्शन किया. प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कांग्रेसियों ने सीएम त्रिवेंद्र का पुतला फूंका. इस दौरान कांग्रेसियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ये विधेयक वापस नहीं लिया गया तो वे राज्य भर में व्यापक आंदोलन करने को बाध्य होंगे. साथ ही कहा कि न्यायालय की शरण में भी जाएंगे, जिससे कि पंचायतों का उत्थान हो सके.

पंचायती चुनाव में संशोधन का कांग्रेस ने किया विरोध.

दरअसल, राज्य सरकार ने नया बिल लाकर दो से ज्यादा बच्चे वालों को चुनाव लड़ने से वंचित रखा है. साथ ही नए विधेयक के अनुसार दसवीं पास ही पंचायती चुनाव लड़ पाएंगे. ऐसे में कांग्रेस का कहना है कि ऐसा ही कानून बनाना है तो देश की संसद में भी ये कानून लाया जाए. जिसमें पंचायत से लेकर विधायक और सांसदों पर भी यही कानून लागू हो. साथ ही कहा कि सरकार ने आनन-फानन में इस एक्ट को लागू किया है.

पढ़ें: लोकगायक पप्पू कार्की को याद कर नम हुईं लोगों की आंखें, हरदा ने भी दी श्रद्धांजलि

कांग्रेसियों का कहना था कि केवल पंचायत में ही इस कानून को लागू करना सियासी षड्यंत्र है. सबसे पहले इस एक्ट को संसद में लागू करना चाहिए. जिसके बाद पंचायत में इसको लागू किया जाना चाहिए. कांग्रेसियों ने कहा कि सरकार पंचायतों को कमजोर करना चाहती है. जोकि किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसके खिलाफ जन आंदोलन किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर न्यायालय भी जा सकते हैं.

चंपावत/हल्द्वानी: उत्तराखंड सरकार द्वारा पंचायती राज एक्ट में किए गए संशोधन को लेकर कांग्रेसियों ने चंपावत और हल्द्वानी में विरोध प्रदर्शन किया. प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कांग्रेसियों ने सीएम त्रिवेंद्र का पुतला फूंका. इस दौरान कांग्रेसियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ये विधेयक वापस नहीं लिया गया तो वे राज्य भर में व्यापक आंदोलन करने को बाध्य होंगे. साथ ही कहा कि न्यायालय की शरण में भी जाएंगे, जिससे कि पंचायतों का उत्थान हो सके.

पंचायती चुनाव में संशोधन का कांग्रेस ने किया विरोध.

दरअसल, राज्य सरकार ने नया बिल लाकर दो से ज्यादा बच्चे वालों को चुनाव लड़ने से वंचित रखा है. साथ ही नए विधेयक के अनुसार दसवीं पास ही पंचायती चुनाव लड़ पाएंगे. ऐसे में कांग्रेस का कहना है कि ऐसा ही कानून बनाना है तो देश की संसद में भी ये कानून लाया जाए. जिसमें पंचायत से लेकर विधायक और सांसदों पर भी यही कानून लागू हो. साथ ही कहा कि सरकार ने आनन-फानन में इस एक्ट को लागू किया है.

पढ़ें: लोकगायक पप्पू कार्की को याद कर नम हुईं लोगों की आंखें, हरदा ने भी दी श्रद्धांजलि

कांग्रेसियों का कहना था कि केवल पंचायत में ही इस कानून को लागू करना सियासी षड्यंत्र है. सबसे पहले इस एक्ट को संसद में लागू करना चाहिए. जिसके बाद पंचायत में इसको लागू किया जाना चाहिए. कांग्रेसियों ने कहा कि सरकार पंचायतों को कमजोर करना चाहती है. जोकि किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसके खिलाफ जन आंदोलन किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर न्यायालय भी जा सकते हैं.

Intro:intro- पंचायत एक्ट के विरोध में कांग्रेस मुखर हो गई है जिला मुख्यालय में जुलूस प्रदर्शन के साथ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंक एक्ट में व्यापक संशोधन की पुरजोर मांग की है। जिला अध्यक्ष उत्तम सिंह देव की अगुवाई में कांग्रेसियों ने पार्टी दफ्तर से मोटर स्टेशन तक सीएम के पुतले के साथ जुलूस निकाला और पंचायत एक्ट के विरोध में नारेबाजी की पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने बताया कि सुबह की सरकार ने आनन-फानन में इस एक्ट को लागू किया


Body:उन्होंने कहा कि कानून में दो बच्चों के प्रावधान का खुलासा होना चाहिए और वह कब से लागू हो यह तय होना चाहिए और कब से लागू होगा यह तय होना चाहिए नहीं तो ऐसे कई दावेदार जिनकी तीसरी औलाद होने वाली है वह भ्रूण हत्या का शिकार हो सकते हैं।


Conclusion:इस मौके पर कांग्रेसी जनों का कहना था कि केवल पंचायत में है अब तो लागू करना सियासत का षड्यंत्र है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और न्यायालय की भी शरण ली जाएगी। बाइट1 पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.