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आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने बच्चों के साथ दिया धरना, मानदेय बढ़ाने की मांग पर अड़ीं

चंपावत में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का धरना जारी है. आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां मासिक वेतन 18 हजार करने की मांग पर अड़े हैं. उनके कार्यबहिष्कार से आंगनबाड़ी केंद्रों में संचालित होने वाली योजनाएं ठप पड़ी हुई है.

anganwadi worker
आंगनबाड़ी कार्यकत्री
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Published : Oct 6, 2021, 10:54 PM IST

चंपावतः आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार बुधवार को भी जारी रहा. इस दौरान आंगनबाड़ी वर्कर अपने छोटे बच्चों के साथ धरना स्थल पर पहुंचीं. अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन में डटे रहने की चेतावनी दी.

दरअसल, आंगनबाड़ी कार्यकत्री अपने एक सूत्रीय मांग मासिक वेतन 18 हजार करने की मांग कर रहे हैं. जिले में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के कार्य बहिष्कार पर चले जाने से ग्रामीण क्षेत्रों के आंगनबाड़ी केंद्र बंद पड़े हुए हैं. आंगनबाड़ी केंद्रों में संचालित होने वाली सारी योजनाएं प्रभावित हो रही है. इसमें बच्चों का पोषाहार, टेक होम राशन और 1 से 5 साल तक के बच्चों का वजन लेना, आंकड़े एकत्रित के काम प्रभावित हो रहे हैं.

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का धरना.

ये भी पढ़ेंः मानदेय की मांग को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का विधानसभा कूच, पुलिस ने रोका

बता दें कि चंपावत जिले में 681 आंगनबाड़ी सेंटर हैं. महिला एवं बाल विकास की कई योजनाओं को इन आंगनबाड़ी केंद्रों से संचालित किया जाता है. ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल में जाने से यह योजनाएं भी प्रभावित हो रही हैं. फिलहाल, मांगे पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया है.

चंपावतः आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार बुधवार को भी जारी रहा. इस दौरान आंगनबाड़ी वर्कर अपने छोटे बच्चों के साथ धरना स्थल पर पहुंचीं. अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन में डटे रहने की चेतावनी दी.

दरअसल, आंगनबाड़ी कार्यकत्री अपने एक सूत्रीय मांग मासिक वेतन 18 हजार करने की मांग कर रहे हैं. जिले में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के कार्य बहिष्कार पर चले जाने से ग्रामीण क्षेत्रों के आंगनबाड़ी केंद्र बंद पड़े हुए हैं. आंगनबाड़ी केंद्रों में संचालित होने वाली सारी योजनाएं प्रभावित हो रही है. इसमें बच्चों का पोषाहार, टेक होम राशन और 1 से 5 साल तक के बच्चों का वजन लेना, आंकड़े एकत्रित के काम प्रभावित हो रहे हैं.

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का धरना.

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बता दें कि चंपावत जिले में 681 आंगनबाड़ी सेंटर हैं. महिला एवं बाल विकास की कई योजनाओं को इन आंगनबाड़ी केंद्रों से संचालित किया जाता है. ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल में जाने से यह योजनाएं भी प्रभावित हो रही हैं. फिलहाल, मांगे पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया है.

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