चंपावत: सात सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स का धरना 25 वें दिन भी जारी है. चंपावत में आंदोलन के 25वें दिन जिलेभर से 400 से अधिक आंगनबाड़ी वर्कर्स जिला मुख्यालय पहुंची. जहां आंगनबाड़ी वर्कर्स ने चंपावत स्टेशन से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली. रैली में चंपावत, पाटी, बाराकोट, लोहाघाट की आंगनबाड़ी वर्कर्स ने भी भाग लिया.
रैली के दौरान आंगनबाड़ी वर्कर्स ने सरकार और बाल विकास मंत्री रेखा आर्या के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान आंगनबाड़ी वर्कर्स ने कहा पूरे प्रदेशभर की आंगनबाड़ी वर्कर्स रेखा आर्य के बयान से आक्रोशित हैं. उन्होंने कहा कि सरकार उनके साथ सौतेले व्यवहार कर रही है.
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आंगनबाड़ी वर्कर्स ने कहा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक वे आंदोलन में डटे रहेंगे. उन्होंने कहा कड़ाके की ठंड के बीच आंगनबाड़ी वर्कर्स दूरस्थ क्षेत्रों से जिला मुख्यालय पहुंची हैं लेकिन सरकार को उनकी कोई परवाह नहीं है. आंगनबाड़ी वर्कर्स के जिला मुख्यालय पहुंचने से सभी 681 आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले लटके हैं.
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आंगनबाड़ी वर्कर्स के हड़ताल पर जाने से पोषण समेत अन्य सरकारी कार्यक्रम ठप पड़ गए हैं. सभी आंगनबाड़ी वर्कर्स मीना बोरा के नेतृत्व में जिले रैली में भाग लेने यहां पहुंची थी. आंगनबाड़ी वर्कर्स ने कहा सरकार उनका मानदेय 18,000 रुपये प्रतिमाह करे. संगठन में मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को उच्चीकृत किया जाय. सहायिका के मानदेय में 75 फीसदी वृद्धि की जाय. विभागीय पदोन्नति देने के साथ आयु सीमा हटाने, वरिष्ठता के आधार पर हर माह मानदेय बढ़ाने, दीपावली बोनस और यात्रा भत्ता दिये जाने को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स आंदोलनरत हैं.