चंपावत: जनपद के चैकुनी गांव के युवाओं ने गांव में ही चंद शासकों के समय का प्राचीन शिव मंदिर खोज निकाला है, जो क्षेत्र समेत पूरे जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है. चैकुनी गांव पौराणिक कूर्मनगरी और कुमाऊं के चंद शासकों की प्रारंभिक राजधानी रह चुके चम्पावत का एक खूबसूरत गांव है. भगवान विष्णु के कूर्मअवतार की पावन तपस्थली माने जाने वाले क्रान्तेश्वर पर्वत की गोद मे बसे इस गांव की बात ही कुछ और ही है.
पंचायतन शैली में चंद शासकों द्वारा बना शिव मंदिर भी इस गांव में महादेव के आशीर्वाद को प्रतिबिंबित करता है. इस मंदिर की दीवार में चंद शासक अभयचन्द्र का शके 1298 का अभिलेख भी उत्कीर्णित हैं, जिसमें उसकी पत्नी रमा देवी का उल्लेख हैं, जो वीरब्रह्मदेव की पुत्री थी.
चैकुनी के ग्रामवासी आज भी अपनी इन सांस्कृतिक विरासतों के लिए कितने जागरूक हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले कुछ ही महीनों के भीतर यहां के युवाओं ने एक 12वीं सदी का आयताकार सोपान युक्त नौला और आज ही लगभग इसी समय का एक लघुदेवालय भी जमीन से खोद निकाला है.
पढ़ें- शासन का DM को आदेश, रोज एक से दो घंटे कार्यालय में सुनें जन समस्याएं
इतिहासकार डॉ. प्रशांत जोशी ने बताया कि ग्रामवासियों के अथक परिश्रम से जमीन से गणेश जी की दुर्लभ प्रतिमा के साथ कई अन्य प्रतिमाएं एवं मन्दिर के अवशेष भी मिले हैं, जिनका अध्ययन करने पर महत्वपूर्ण जानकारी तो मिलेगी, साथ ही शोध छात्रों को सहायता भी मिलेगी.
मंगलवार को एडीएम त्रिलोक सिंह भदौरिया के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम गांव का मुआयना करने पहुंची. एडीएम ने बताया कि पुरातत्व विभाग को शीघ्र गांव का दौरा करने के लिए निर्देशित किया जाएगा.