चमोली: शनिवार की देर रात नंदा देवी नेशनल पार्क स्थित कुंठ खाल क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हुई. जिसके चलते फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान का पैदल संपर्क मार्ग भूस्खलन होने से अवरुद्ध हो गया. मूसलाधार बारिश के चलते घाटी के द्वारी पेरा टॉप और ग्लेशियर प्वॉइंट के समीप पैदल मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. जिसकी वजह से पार्क प्रबंधन ने पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए फूलों की घाटी की यात्रा पर फिलहाल रोक दी है.
सुरक्षा के मद्देनजर आज घाटी में किसी भी पर्यटक को घांघरिया से आगे जाने की अनुमति नहीं दी गई. फूलों की घाटी जाने वाले पर्यटकों को घांघरिया बेस कैंप में ही रोका गया है. नंदा देवी नेशनल पार्क की वन क्षेत्राधिकारी चेतना कांडपाल ने कहा मौसम अनुकूल होने पर जल्द फूलों की घाटी जाने वाले मार्ग को दुरुस्त किया जाएगा. पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर फिलहाल फूलों की घाटी का प्रवेश द्वार प्रकृति प्रेमियों के लिए बंद कर दिया गया है. फूलो की घाटी में फंसे पर्यटकों को भी वन विभाग के कर्मचारियों ने सुरक्षित घांघरिया स्थित बेस कैंप में पहुंचा दिया है.
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वहीं, उत्तरकाशी में बारिश के चलते यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा बैंड और राड़ी टॉप के बीच मलबा गिरने से यातायात ठप हो गया. एनएच बड़कोट की जेसीबी मशीन हाईवे को बहाल करने में जुटी है. वहीं, गंगोत्री हाईवे भी सुबह लालढांग के पास बोल्डर आने से आधा घंटा बंद रहा. सड़कें लगातार बंद होने से यात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मार्ग बंद होने से चारधाम यात्री सड़क के दोनों ओर फंस गए हैं. इसके साथ ही जिले की 9 सड़क भी बारिश के कारण अवरुद्ध हैं, जिनको खोलने का प्रयास जारी है.
बता दें कि उत्तराखंड में मानसून सीजन में पहाड़ी क्षेत्रों से लेकर मैदानी क्षेत्रों में बारिश हो रही है. जिसकी वजह से कई नदियां उफान पर है. रविवार को सोनाली नदी का जलस्तर बढ़ने से लक्सर के खानपुर स्थित हस्तमौलि गांव में पानी घुस आया. गांव में तटबंध पर आवाजाही के लिए बनाए गए रास्ते से गांव में पानी घुसने के बाद ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई. सूचना पर पहुंचे लक्सर तहसील प्रशासन की टीम ने जेसीबी से टूटे हुए तटबंध की मरम्मत कराया.