चमोली: भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो गई है. हर साल की तरह इस बार भी नृसिंह मंदिर परिसर में तिमुंड्या मेले का आयोजन किया है. हालांकि कोरोना की वजह से मेले को सूक्ष्म रुप में मनाया गया.
धार्मिक परंपराओं के तहत विधि-विधान से मां भगवती की पूजा-अर्चना संपन्न की गई. इसके बाद तिमुंड्या देवता को विभिन्न खाद्य पदार्थों के साथ ही मांस का भोग लगाया गया. मान्यताओं के अनुसार तिमुंड्या राक्षस को भोग लगाने के बाद शनिवार से बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू मानी जाती है.
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कोरोना संक्रमण के कारण लगातार दूसरे साल तिमुंड्या मेला सूक्ष्म रूप से आयोजित किया गया. जबकि इस मेले में करीब 15 हजार भक्त शामिल होते थे. बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि शनिवार को शाम चार बजे तक तिमुंड्या मेले का आयोजन हुआ. इस दौरान देवताओं के अपने पश्वा पर अवतरित होकर अपने भक्तों को आशीर्वाद दिया. प्रतिवर्ष बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले नृसिंह मंदिर परिसर में तिमुंड्या मेले का आयोजन किया जाता है.