चमोली: विश्वप्रसिद्ध हिमक्रीड़ा स्थल औली में स्नो-शूइंग गेम्स की शुरुआत हो गई है. जिसके साथ अब औली आने वाले पर्यटकों व स्कीइंग खेल प्रेमियों को स्नो-शूइंग का मजा लेने का मौका मिलेगा. स्नो-शूइंग एक खेल के साथ ही आम पर्यटकों के लिए बर्फ में चलने के का एक संसाधन भी है. अब तक स्नो-शूइंग गेम्स अमेरिका और यूरोपिय देशों के बर्फीले स्थानों पर ही होते रहे हैं. स्नो-शूइंग गेम्स की भारत में पहली बार शुरुआत हुई है. औली में 5 फीट की बर्फ में इसे शुरू किया गया है. इस गेम्स के शुरू होने से स्थानीय लोगों और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों में खासा उत्साह है.
क्या है स्नो-शूइंग
औली अब सिर्फ स्कीइंग ही नहीं बल्कि स्नो-शूइंग के लिए भी जाना जाएगा. स्नो-शूइंग बर्फ में चलने वाले विशेष प्रकार के गेजेट होते हैं. इनकी खासियत यह है कि इन्हें पहनकर 5 फीट या इससे अधिक बर्फ में भी आसानी से चला जा सकता है. ये बर्फ में चलने का विदेशी फार्मूला है. औली में इसकी शुरुआत होने के बाद अब इसे कमर्शियल तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है. जिससे पर्टन को और बढ़ावा मिलेगा.
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औली में स्नो-शूइंग कार्यक्रम का शुभारम्भ जोशीमठ के उपजिलाधिकारी अनिल चन्याल ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि स्नो-शूइंग खेल को भारत में पहली बार औली में किया जा रहा है. इससे पर्यटन में इजाफा होने की काफी उम्मीद है.
औली स्नो एंड स्नोबोर्ड स्कूल की ओर से पहली बाहर स्नो-शूइंग का आयोजन किया गया. औली में अभी तक सिर्फ स्कीइंग और स्नोबोर्ड की प्रतियोगिताएं ही होती थीं, लेकिन इस बार यहां स्नो-शूइंग का आयोजन किया गया है. स्नो-शूइंग के तहत खेल भी होते हैं जो अभी तक अमेरिका और यूरोप में खेले जाते हैं.