चमोली: जोशीमठ में भू धंसाव और दरारों की मार झेल रहे लोगों की मुश्किलें मौसम ने और बढ़ा दी हैं. जोशीमठ और औली में बीती रात बर्फबारी हुई है. इससे वहां पर ठंड बढ़ गई है. जोशीमठ के आपदा क्षेत्र सुनील वार्ड में भी बर्फ गिरी है. बर्फबारी के बाद पीड़ितों को जोशीमठ में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
जोशीमठ में भू धंसाव के बाद से ही हालात विकट बने हुए हैं. ऐसे में बर्फबारी ने जोशीमठ में पहले से ज्यादा दिक्कतें बढ़ा दी हैं. मौसम विभाग ने पहले ही जोशीमठ और आसपास के इलाकों में बर्फबारी और बारिश की संभावना जताई थी. मौसम विभाग की मानें तो चमोली जिले में 20 मिमी से ज्यादा बारिश की संभावना भी है. जोशीमठ और औली के अलावा गंगोत्री धाम में आज 12 जनवरी सुबह बर्फबारी हुई है.
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दरअसल, समस्या ये है कि इस हालत में जोशीमठ में बारिश और बर्फबारी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है. क्योंकि बारिश और बर्फबारी के दौरान लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ जाता है और जोशीमठ पहले ही नाजुक दौर से गुजर रहा है. ऐसे में राहत और बचाव कार्यों में लगी रेस्क्यू टीमों की मुश्किल भी पहले से ज्यादा बढ़ जाएगी.
बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार रात को हो जोशीमठ पहुंच गए थे. यहां मुख्यमंत्री ने हालात का स्थलीय निरीक्षण किया और राहत कैंपों में रुके आपदा पीड़ितों से भी मुलाकात की. सरकार की तरफ से आपदा पीड़ितों को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया गया है.
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सरकार की रिपोर्ट के अनुसार जोशीमठ नगर पालिक क्षेत्र में 700 से ज्यादा मकानों में दरारें आज चुकी हैं. अभीतक करीब 100 परिवारों को राहत कैंपों में शिफ्ट किया गया है. वहीं सरकार ने फौरी राहत के तौर पर प्रत्येक परिवार को 4 हजार रुपए प्रतिमाह देने की घोषणा की है. इसके अलावा 1.5 लाख रुपए भी दिए जाएंगे. सरकार ने जोशीमठ में भवनों को तोड़ने का काम भी होना है. सबसे पहले जोशीमठ में दो होटलों को तोड़ा जाना है.