चमोली: जिला अस्पताल चमोली (District Hospital chamoli) सहित जनपद के अन्य कई ब्लॉकों में डॉक्टरों और विशेषज्ञों की कमी के चलते स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा गई है. सरकार पहाड़ी क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने का दावा तो कर रही है, लेकिन धरातल पर हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं. वहीं जिला अस्पताल गोपेश्वर (District Hospital Gopeshwar) की जाए तो यहां पर महज एक फिजिशयन की तैनाती है, जोकि इन दिनों पर छुट्टी पर है.
वहीं चमोली बदरीनाथ और हेमकुंड का मुख्य पड़ाव होने के चलते जिला अस्पताल गोपेश्वर में कार्डियोलॉजिस्ट की तैनाती की मांग यहां के लोग लंबे समय से कर रहे हैं, लेकिन आज तक जिला अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं हो पाई है. वहीं, जनपद में रेडियोलाजिस्ट की कमी के चलते जिला अस्पताल गोपेश्वर को छोड़कर जनपद के किसी भी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं हैं.
जिससे गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड करवाने को लेकर खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जनपद के अगर सीएचसी घाट की बात की जाए तो यहां एक्सरे मशीन तो है, लेकिन रेडियोलॉजिस्ट और टेक्नीशियन न होने के कारण कई सालों से मशीन धूल फांक रही है. जिससे एक्सरे करवाने के लिए भी यहां के लोगों को 40 किलोमीटर का लंबा सफर तय करने के बाद जिला मुख्यालय गोपेश्वर पहुंचना पड़ता है.
पढ़ें: मसूरी में बंदरों-आवारा कुत्तों का आतंक, डर के साए में जीने को मजबूर लोग
वहीं, डॉक्टरों की कमी को लेकर अपर जिला चिकित्साधिकारी एमएस खाती ने बताया कि जनपद से 11 डॉक्टरों का तबादला हुआ था, जिनके स्थान पर किसी भी डॉक्टरों ने ज्वाइन नहीं किया. साथ ही 12 नए डॉक्टर जनपद को मिले हैं. जिनमें से 7 डाक्टरों ने ज्वाइन कर लिया है. लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी अभी भी जनपद में बनी हुई है. जनपद से एक आर्थोपेडिक सर्जन छुट्टी पर गए थे, लेकिन छुट्टी पूरी होने के बावजूद भी लौटे नहीं हैं, न ही उनके द्वारा कोई सूचना दी गई है.