चमोली: जिले के जोशीमठ नृसिंह मंदिर से गाडू घड़ा और शंकराचार्य की गद्दी बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हो गई है. जानकारी के मुताबिक आज पांडुकेश्वर में रात्रि विश्राम होगा. अगले दिन भगवान उद्वव और कुबेर की डोली बदरीनाथ धाम पहुंचेगी. 15 मई को मंदिर से जुड़े 28 लोगों की उपस्थिति में सुबह ब्रह्ममुहूर्त पर 4 बजकर 30 मिनट पर कपाट खुलेंगे.
रावल की अगुवाई में आदिगुरु शंकराचार्य की गद्दी और गाडू घड़ा, पांडुकेश्वर के लिए रवाना हो गई है. आज जोशीमठ स्थित नृसिंह मंदिर और नवदुर्गा सहित अन्य मंदिरों में रावल द्वारा विशेष पूजा की गई. वहीं, पांडुकेश्वर स्थित योग ध्यान बदरी मंदिर में भी विशेष पूजा-अर्चना होनी है.
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14 मई को पांडुकेश्वर से शंकराचार्य की गद्दी, भगवान बदरीनाथ की उत्सवमूर्ति, उद्धव और कुबेर देवता की मूर्ति भी बदरीनाथ धाम के लिए रवाना होगी.