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ऋषि गंगा त्रासदी: SDRF को तपोवन टनल से मिला एक और शव, 121 लोग अभी भी लापता

बीते सात फरवरी को रैणी गांव के पास ग्लेशियर टूटने से ऋषि गंगा नदी में उफान आ गया था. इस दौरान रैणी गांव के नीचे बना ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट और तपोवन में एनटीपीसी का निर्माणधीन पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह तहस नहस हो गया था. इस आपदा में करीब 204 मलबे में दब गए थे, जिसमें से 83 लोगों के शव बरमाद हो चुके है.

Chamoli Disaster
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Published : May 14, 2021, 7:52 PM IST

चमोली: इसी साल सात फरवरी को चमोली जिले के रैणी और तपोवन में आई आपदा के बाद से ही लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. शुक्रवार को एनडीआरएफ की टीम को तपोवन टनल से एक और शव बरामद हुई है. राहत बचाव कार्य में जुटी एजेंसियों को अभी तक कुल 83 शव मिल चुके हैं.

पढ़ें- चमोली में ग्लेशियर टूटने से नहीं हिमस्खलन से आई आपदा : वैज्ञानिक

चमोली जिला आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार आपदा में लापता 204 लोगों में से अब तक 83 लोगों के शव और 36 मानव अंग बरामद किए जा चुके हैं. वहीं 121 लोग अभी लापता हैं. अब तक मिले शवों में से 49 की शिनाख्त हो चुकी है. शव की शिनाख्त होने के बाद जोशीमठ में ही पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा.

बता दें कि बीती सात फरवरी को रैणी गांव के पास ग्लेशियर टूटने से ऋषि गंगा नदी में उफान आ गया था. इस दौरान रैणी गांव के नीचे बना ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट और तपोवन में एनटीपीसी का निर्माणधीन पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह तहस नहस हो गया था. इस आपदा में करीब 204 मलबे में दब गए थे, जिसमें से 83 लोगों के शव बरमाद हो चुके है. वहीं 121 लोग अभी लापता है.

चमोली: इसी साल सात फरवरी को चमोली जिले के रैणी और तपोवन में आई आपदा के बाद से ही लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. शुक्रवार को एनडीआरएफ की टीम को तपोवन टनल से एक और शव बरामद हुई है. राहत बचाव कार्य में जुटी एजेंसियों को अभी तक कुल 83 शव मिल चुके हैं.

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चमोली जिला आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार आपदा में लापता 204 लोगों में से अब तक 83 लोगों के शव और 36 मानव अंग बरामद किए जा चुके हैं. वहीं 121 लोग अभी लापता हैं. अब तक मिले शवों में से 49 की शिनाख्त हो चुकी है. शव की शिनाख्त होने के बाद जोशीमठ में ही पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा.

बता दें कि बीती सात फरवरी को रैणी गांव के पास ग्लेशियर टूटने से ऋषि गंगा नदी में उफान आ गया था. इस दौरान रैणी गांव के नीचे बना ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट और तपोवन में एनटीपीसी का निर्माणधीन पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह तहस नहस हो गया था. इस आपदा में करीब 204 मलबे में दब गए थे, जिसमें से 83 लोगों के शव बरमाद हो चुके है. वहीं 121 लोग अभी लापता है.

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