चमोली: बद्रीश संघर्ष समिति ने लामबगड़ के भू-स्खलन प्रभावित क्षेत्रों में वाहनों की सामान्य आवाजाही करवाने को लेकर बदरीनाथ धाम में प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. साथ ही व्यापारियों ने सरकार और प्रशासन से 7 दिन के भीतर लामबगड़ का स्थाई ट्रीटमेंट नहीं किए जाने पर व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद रखने और आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है.
संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेश मेहता ने बताया कि भू-स्खलन के चलते लंबे समय से लामबगड़ बदरीनाथ धाम की सुचारू तीर्थयात्रा में व्यवधान पैदा कर रहा है. लेकिन शासन-प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा हैं. बारिश थमने के बाद भी लामबगड़ में भू-स्खलन से हाई-वे बार-बार बाधित हो रहा है. जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही तीर्थ यात्रियों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही बताया कि लामबगड़ स्लाइडिंग जोन के चलते कई तीर्थ यात्रियों ने बदरीनाथ धाम में प्रस्तावित भागवत कथाओं का आयोजन भी रद्द कर दिया है.
ये भी पढ़े: कूड़े के कारण दो अधिकारियों पर गिरी गाज, डीएम ने रोका वेतन
वहीं बद्रीश संघर्ष समिति ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि 7 दिनों के भीतर लामबगड़ में यात्री और स्थानीय वाहनों की सामान्य आवाजाही नहीं करवाई गई तो वो आंदोलन को तेज करते हुए बदरीनाथ में सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद रखकर भूख हड़ताल शुरू करेंगे.