चमोली: उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों के साथ बदरीनाथ धाम में बीते तीन दिनों से रोज शाम को बर्फबारी हो रही है. लगातार हो रही बर्फबारी के कारण यहां तापमान में काफी गिरावट देखी गई है. बढ़ती हुई ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. बावजूद इसके बदरीनाथ में स्थानीय व्यापारियों और पर्यटकों के चेहरे खिले हुए हैं.
आगामी 17 नवंबर को बदरीनाथ मंदिर के कपाट बंद होने वाले हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में पर्यटक धाम पहुंचे रहे है, जहां वो भगवान बदरी विशाल के दर्शन करने के साथ ही बर्फबारी का भी जमकर लुत्फ उठा रहे हैं. बर्फबारी के कारण धाम में पर्यटकों की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ है. बदरीनाथ धाम में पहुंचे श्रद्धालुओं ने इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. इस यात्रा सीजन में अभी तक 12 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री धाम पहुंच चुके हैं.
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तीर्थयात्रियों की तादाद में लगातार हो रहे इजाफे को देखते हुए होटल और अन्य व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों के चेहरे खिले हुए हैं और वो अभीतक धाम में रूके हुए हैं. अक्सर देखने में आता था कि 15 अक्टूबर के बाद व्यवसायी अपना सामान बटोर कर धाम से अपने घरों को लौटना शुरू कर देते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है. हालांकि बर्फबारी के कारण व्यापारियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है.
बदरीनाथ धाम के अलावा चमोली जिले में स्थित औली के गोरसों बुग्याल, हेमकुंड साहिब और वसुधारा की चोटियों पर भी बर्फबारी का दौर जारी है.