चमोली: सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल हेमकुंड साहिब में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. साफ-सफाई की उचित व्यवस्था न होने से जगह-जगह पर प्लास्टिक का कूड़ा फैला हुआ है. जबकि हेमकुंड साहिब उच्च हिमालयी क्षेत्र पर स्थित होने के साथ ही हेमगंगा का उद्गम स्थल भी है. चारों ओर फैले कूड़े से पर्यावरण प्रदूषण भी हो रहा है.
हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल में 6 माह के लिए बंद रहने के बाद बीते माह 1 जून को खुले थे. अब तक यहां 1,70,333 तीर्थयात्रियों ने मत्था टेका था. इन दिनों हेमकुंड में श्रद्धालुओं का जमवाड़ा लगा हुआ है. हेमकुंड साहिब में कई स्थानों पर 3 फीट तक बर्फ जमी हुई है. कई स्थानों पर विगत वर्ष और इस साल काफी कूड़ा जमा हुआ है. जिसे इस धाम में साफ देखा जा सकता है.
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हेमकुंड से निकलने वाली हेमगंगा के उद्गम स्थल पर प्लास्टिक कूड़ा बिखरा हुआ है. जो उच्च हिमालयी क्षेत्र के पर्यावरण संतुलन के लिए खतरा बना हुआ है. बता दें कि हर साल लाखों की संख्या में हेमकुंड साहिब में श्रद्धालु पहुंचते हैं. साथ ही अपने साथ प्लास्टिक पैकिंग सामान ले जाते हैं. वहीं श्रद्धालुओं लौटते समय सारा कूड़ा वहीं फेंक देते हैं. जिससे प्रत्येक वर्ष कूड़ा बढ़ता ही जा रहा है, जो पर्यावरण के लिहाज से बड़ा खतरा है.