चमोली: जिले के सिमली और आस-पास के दर्जनों गांव वासियों ने महिला बेस अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने से नाराज होकर आक्रौश रैली निकाली और शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि कई बार स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव भी अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने का आश्वासन दे चुके हैं, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कदम नहीं बढ़ाया गया है.
रविवार को सिमली मोटर पुल पर चांदपुर और कपीरी पट्टी के दर्जनों ग्राम पंचायत की जनता ने तय कार्यक्रम के तहत एकत्र होकर आक्रोश रैली निकाली. रैली में लोग नारेबाजी करते हुए सिमली बाजार औद्योगिक क्षेत्र होते हुए महिला बेस अस्पताल सिमली के परिसर में पहुंचे. इस दौरान जनप्रतिनिधियों व स्थानीय नागरिकों ने कहा कि महिला बेस चिकित्सालय सिमली में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है. जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण अस्पताल में फैली अव्यवस्था है.
उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में बेस अस्पताल सिमली के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों, पैथोलॉजी लैब, टेक्नीशियन सहित आधुनिक स्वास्थ्य मशीनों, फर्नीचर आदि व्यवस्थाओं का आश्वासन स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव व महानिदेशक स्वास्थ्य सहित शासन-प्रशासन कई बार दे चुके हैं. लेकिन उसके बावजूद भी स्वास्थ्य सुविधाएं अब तक व्यवस्थित नहीं हो पाई है. इसको लेकर क्षेत्रीय जनता को बाध्य होकर शासन-प्रसाशन को गहरी नींद से जगाने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
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उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक माह के भीतर मुख्यमंत्री ने सिमली महिला बेस अस्पताल में बिगड़ी अव्यवस्थाएं और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कोई कदम नहीं उठाया तो आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर आमरण अनशन शुरू किया जाएगा. वहीं, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल ने कहा कि सिमली बेस अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए मुख्यमंत्री से वार्ता कर संसाधन जुटाएं जा रहे हैं. जबकि मुख्य चिकित्साधिकारी चमोली डॉ.राजीव शर्मा ने कहा कि महिला बेस अस्पताल में शासन से ब्लडबैंक के भवन के लिए 15 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत हो चुकी है. विशेषज्ञ चिकित्सकों की भी जल्द तैनाती कर दी जाएगी.