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चमोली: 12 किलोमीटर कंधे पर उठाकर ग्रामीणों ने मरीज को पहुंचाया अस्पताल - सड़क मार्ग बंद होने के कारण बीमार को कंधे पर उठाकर ले गए अस्पताल

चमोली जिले के दूरस्थ गांव सड़क मार्ग अवरुद्ध होने पर ग्रामीणों ने 12 किलोमीटर पैदल चलकर बीमार शख्स को कंधे पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया.

चमोली
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Published : Feb 1, 2020, 11:02 PM IST

Updated : Feb 2, 2020, 2:23 PM IST

चमोली: जोशीमठ विकासखंड के सबसे दूरस्थ क्षेत्र डुमक कलगोठ में बर्फबारी के बीच पैदल रास्ता बन्द है. ऐसे में गांव के एक बीमार शख्स को ग्रामीणों ने कंधे पर उठाकर कई मीलों सफर तय करके जिला अस्पताल गोपेश्वर पहुंचाया.

12 किलोमीटर कंधे पर उठाकर ग्रामीणों ने मरीज को पहुंचाया अस्पताल.

आजादी के 72 साल बीत जाने के बाद भी देवभूमि के दूरस्थ गांवों में हालात अब भी बद से बदतर ही हैं. हम बात कर रहे हैं चमोली जिले के दूरस्थ गांव डुमक की. इनदिनों बर्फबारी के कारण गांव के हालात बेहद खराब हैं. सड़क मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध है. ऐसे में गांव के एक बीमार शख्स को ग्रामीणों ने कंधे पर बैठाकर जिला अस्पताल पहुंचाया.

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मरीज को लादकर पहुंचाया अस्पताल.

पढ़ेंः तीर्थनगरी में बड़ा घपला, करोड़ों खर्च के बाद भी नहीं जल रही स्ट्रीट लाइटें

ग्रामीणों की मदद से बीमार व्यक्ति को पीपलकोटी स्थित सड़क तक पहुंचाया गया. करीब 12 किलोमीटर के पैदल रास्ते के बाद बीमार को टैक्सी में बैठाकर गोपेश्वर जिला अस्पताल में भर्ती किया. फिलहाल मरीज को स्वास्थ्य लाभ है.

चमोली: जोशीमठ विकासखंड के सबसे दूरस्थ क्षेत्र डुमक कलगोठ में बर्फबारी के बीच पैदल रास्ता बन्द है. ऐसे में गांव के एक बीमार शख्स को ग्रामीणों ने कंधे पर उठाकर कई मीलों सफर तय करके जिला अस्पताल गोपेश्वर पहुंचाया.

12 किलोमीटर कंधे पर उठाकर ग्रामीणों ने मरीज को पहुंचाया अस्पताल.

आजादी के 72 साल बीत जाने के बाद भी देवभूमि के दूरस्थ गांवों में हालात अब भी बद से बदतर ही हैं. हम बात कर रहे हैं चमोली जिले के दूरस्थ गांव डुमक की. इनदिनों बर्फबारी के कारण गांव के हालात बेहद खराब हैं. सड़क मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध है. ऐसे में गांव के एक बीमार शख्स को ग्रामीणों ने कंधे पर बैठाकर जिला अस्पताल पहुंचाया.

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मरीज को लादकर पहुंचाया अस्पताल.

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ग्रामीणों की मदद से बीमार व्यक्ति को पीपलकोटी स्थित सड़क तक पहुंचाया गया. करीब 12 किलोमीटर के पैदल रास्ते के बाद बीमार को टैक्सी में बैठाकर गोपेश्वर जिला अस्पताल में भर्ती किया. फिलहाल मरीज को स्वास्थ्य लाभ है.

Intro:
चमोली ज़िले में जोशीमठ विकासखंड के सबसे दूरस्थ क्षेत्र डुमक कलगोठ में बर्फबारी के बीच पैदल रास्ता बन्द होने से ग्रामीणों के गांव के ही एक बीमार व्यक्ति को डोली और कंधों के सहारे कई मीलों पैदल सफर कर पीपलकोटी स्थित सड़क तक पहुंचाने में ग्रामीणों के कड़ाके की ठंड में पसीने छूट गए।,जंहा से वाहन के द्वारा मरीज को जिला अस्पताल गोपेश्वर पहुंचाया गया।


Body:आजादी के 72 साल बीत जाने पर डुमक गांव मे भारी बर्फबारी और लगातार बर्फ़बारी के कारण पैदल रास्ता भी पूरी तरह से बंद होने से गांव के ही एक बीमार व्यक्ति को डुमक गांव से कलगोठ ,स्यूण बेमरु गांव जे होकर ग्रामीणों की मदद से पैदल डोली और कन्धों के सहारे पीपलकोटी स्थित सड़क तक पहुचाया गया, करीब 12 किलोमीटर के पैदल रास्ते में जमी भारी बर्फ के बीच ग्रामीण बीमार व्यक्ति के लिए कुर्सी की डोली बनाकर कंधों के सहारे ढ़ोकर पीपलकोटी लाये। जंहा से किराए की टैक्सी बुकिंग कर ग्रामीणों ने बीमार व्यक्ति को जिलामुख्यालय गोपेश्वर स्थित ज़िला अस्पताल में भर्ती करवाया।
Conclusion:डुमुक कलगोठ गांव आज भी आजादी के 72 साल बाद सड़क की सुविधा से महरूम है।यंहा के लोग आज भी पैदल रास्तों को पार गांव तक पहुंचने को मजबूर हैं ।यहाँ आजतक सड़क मार्ग नहीं बन पाया है।और बीते दिनों हुई भारी बर्फ़बारी से पैदल रास्ते भी बंद होने से ग्रामीणों के लिए आफत साबित हो रही है।

बाइट - ग्रामीण
Last Updated : Feb 2, 2020, 2:23 PM IST
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