कर्णप्रयागः चमोली की कर्णप्रयाग नगर पालिका द्वारा कर्णप्रयाग-नैनीसैंण मोटर मार्ग पर बनाए जा रहे कूड़ा डंपिंग जोन का क्षेत्रीय जनता ने विरोध करना शुरू कर दिया है. बुधवार को एसडीएम कर्णप्रयाग व नगर पालिका प्रशासन ने मौके पर जाकर ग्रामीणों से वार्ता की, लेकिन ग्रामीणों ने कूड़ा डंपिंग जोन बनाने का विरोध जारी रखा. वहीं, एसडीएम का कहना है कि डीएम चमोली द्वारा यह भूमि शहरी विकास विभाग को ट्रांसफर कर दी गई है. लोगों से मामले पर फिर वार्ता की जाएगी.
कर्णप्रयाग नगर पालिका के अंतर्गत सात वार्डों में प्रतिदिन पालिका द्वारा कई क्विंटल कूड़ा एकत्र किया जाता है. इस कूड़े को पालिका के द्वारा बनाए गए डंपिंग जोन में इकट्ठा किया जाता है. यह डंपिंग जोन अलकनंदा नदी के किनारे होने के कारण एनजीटी द्वारा पालिका को अन्य जगह पर शिफ्ट करने का आदेश दिया गया है. लेकिन पालिका द्वारा जिस जगह पर कूड़ा डंपिंग जोन को शिफ्ट किया जा रहा है, वहां के स्थानीय लोग लगातार विरोध कर रहे हैं.
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वर्तमान में कर्णप्रयाग नगर पालिका द्वारा कर्णप्रयाग नैनीसैंण मोटर मार्ग पर डिम्मर वन पंचायत की भूमि को कूड़ा डंपिंग जोन के लिए चिन्हित किया गया है. लेकिन यहां भी कपीरी पट्टी के दर्जनों गांवों के लोग डंपिंग जोन का विरोध कर रहे हैं. कपीरी संघर्ष समिति के अध्यक्ष खिलदेव रावत का कहना है कि कपीरी रोड पर डंपिंग जोन नहीं बनने देंगे. जबकि ग्राम प्रधान डिम्मर राखी डिमरी का कहना है कि कपीरी क्षेत्र में कई देवस्थल हैं. लोग दूर-दूर से यहां देव दर्शन के लिए आते हैं. ऐसे में क्षेत्र के प्रवेश द्वार पर कूड़े के ढेर से लोगों की आस्था पर ठेस पहुंचेगी.