चमोली: भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले तमक के पास भारी मात्रा में मलबा और पत्थर आने से बंद जोशीमठ-नीती बॉर्डर सड़क आज 10वें दिन भी नहीं खुल पाई है. चट्टान से पत्थरों का छिटकना बंद होने के बाद बीआरओ बुलडोजर लगा कर बॉर्डर सड़क को खोलने में जुट गया है. उधर, सड़क न खुलने और घाटी में फंसे लोगों के लिए हेली सेवा शुरू न किये जाने से नाराज जोशीमठ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख ठाकुर सिंह राणा ने तहसील परिसर में आमरण अनशन शुरू कर दिया है.
बता दें, जोशीमठ-मलारी बॉर्डर सड़क तमक के पास पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण बीते 10 दिनों से बाधित चल रही है. मलबा इतना अधिक है कि लोगों की पैदल आवाजाही भी नहीं हो पा रही है, जिसके बाद लोग जान जोखिम में डालकर पैदल रास्ते से आवाजाही कर रहे हैं.
मौके पर मौजूद जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी दावा कर रहे हैं कि नीती घाटी के ग्रामीणों की आवाजाही के लिए प्रभावित क्षेत्र में पैदल रास्ता भी बना लिया गया है. लेकिन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं. हालांकि, मौके पर मौजूद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें ग्रामीणों को जोखिम भरे रास्ते से सुरक्षित आवाजाही करा रही हैं.
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वहीं, सड़क न खुलने से नाराज नीती घाटी के लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर सड़क को जल्द से जल्द खोलने की मांग की है. साथ ही जोशीमठ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख ठाकुर सिंह राणा सरकार और प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए आमरण अनशन पर बैठ गए हैं.
उनकी मांग है कि जल्द मार्ग को खोला जाए. जबतक मार्ग नहीं खुलता है, तबतक घाटी में डॉक्टरों की टीम के साथ-साथ घाटी के ग्रामीणों को आवाजाही के लिए हेलीकॉप्टर की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए. उनका कहना है कि जब तक उनकी यह मांग पूरी नहीं हो जाती तबतक आमरण अनशन जारी रहेगा.