थराली: पिंडर घाटी के तीनों विकास खंडों में इन दिनों डिजिटल इंडिया दम तोड़ता दिख रहा है. एक ओर सरकार देश के गांव-गांव तक मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी के माध्यम से डिजिटल इंडिया अभियान को आगे बढ़ाने की बात करती है. वहीं, धरातल पर इसकी हकीकत कुछ और ही है. इनदिनों थराली विकास खंड के तमाम क्षेत्रों में जिओ कंपनी का मोबाइल नेटवर्क खराब चल रहा है. जिससे उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि मोबाइल टावर की टेक्निकल टीम सूचना के बावजूद भी क्षेत्र में नहीं पहुंची है. जिससे यहां लोगों में आक्रोश व्याप्त है. मॉनसून में तो हालात और भी बदतर हैं, हल्की सी बारिश जिओ ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क की लाइन खराब हो जाती है, जो कई दिनों तक खराब ही रहती है. जिससे उपभोक्ताओं को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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लोगों का कहना है कि प्राइवेट कंपनियों की मनमानी के चलते मोबाइल रिचार्ज के दामों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है लेकिन उन्हें फिर भी सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. जिओ कंपनी की मनमानी के चलते आम जनता परेशान है. वहीं, जिओ कंपनी की टेक्निकल टीम समय पर नहीं पहुंचने से ग्राहकों को मोबाइल नेटवर्क की सुविधा से वंचित रखा जा रहा है.
वहीं, इस मामले में जिओ कंपनी के डिप्टी मैनेजर गौरव डोबरियाल का कहना है कि कुछ दिन पहले जिओ की फाइबर केबल कट गई थी. जिसके कारण यह दिक्कत आ रही है. फाइबर केबल तो ठीक कर दी गई है, लेकिन बारिश के चलते ही माइक्रोवेव खराब हो चुका है. जल्द ही माइक्रोवेव को लगाया जाएगा और कनेक्टिविटी सुचारू की जाएगी.