चमोलीः उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सीमा क्षेत्र से लगे सुमना में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कैंप के पास ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया. सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने इसकी पुष्टि की है. कर्नल कपिल ने टीमों को स्थिति का जायजा लेने के लिए रवाना कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, जिस स्थान पर यह घटना हुई, वहां आसपास बीआरओ के मजदूर सड़क निर्माण कार्य में जुटे हुए थे. अत्यधिक बर्फबारी होने से सीमा क्षेत्र में वायरलेस सेट भी काम नहीं कर रहे हैं. डीजीपी अशोक कुमार ने बताया है कि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है लेकिन खराब मौसम के कारण अभी सही स्थिति की जानकारी नहीं हो पा रही है. टीमों को स्थिति का जायजा लेने के लिए रवाना कर दिया गया है. आईटीबीपी के जवान सुरक्षित हैं.
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी नीति घाटी के सुमना में ग्लेशियर टूटने की सूचना का तत्काल संज्ञान लिया है. उन्होंने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए उत्तराखंड को पूरी मदद देने का आश्वासन दिया है और आईटीबीपी को सतर्क रहने के निर्देश दिये हैं.
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दूसरी तरफ चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने ऐसी किसी भी घटना की सूचना से इनकार किया है. उधर, ग्लेशियर टूटने की सूचना के साथ ही एहतियातन ऋषिकेश पुलिस ने त्रिवेणी घाट के साथ-साथ गंगा के किनारे के सभी घाट खाली करा दिए हैं. सूचना मिलने के बाद पुलिस किसी भी तरह की कोताही नहीं बरत रही है. घाटों पर जल पुलिस के जवान लगातार नजर बनाए हुए हैं. ऋषिकेश पुलिस ने अलर्ट जारी करते हुए सभी से गंगा घाट या आस्था पथ की ओर न जाने को कहा है.
बता दें कि पिछले तीन दिनों से नीती घाटी में जमकर बर्फबारी हो रही है. मलारी से आगे जोशीमठ-मलारी हाईवे भी बर्फ से ढक गया है, जिससे सेना और आईटीबीपी के वाहनों की आवाजाही भी बाधित हो गई है.