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विस्फोटकों से भरे वाहन ग्रामीणों के लिए बने खतरा, जरा सी चूक जान पर पड़ सकती है भारी - आबादी पर खतरा

साल 2003 से क्षेत्र में विस्फोटकों से कंपनी के द्वारा सुरंग निर्माण का कार्य किया जा रहा है, लेकिन आजतक कंपनी की ओर से इन विस्फोटों के लिए किसी तरह का भंडार गृह का निर्माण नहीं किया गया है. जिसके चलते यहां एक बड़ी आबादी को जान माल का खतरा बना हुआ है.

विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना
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Published : May 22, 2019, 9:31 PM IST

Updated : May 23, 2019, 1:17 AM IST

चमोली: जिले के पीपलकोटी में टीएचडीसी ने टनल निर्माण कार्य के लिए विस्फोटक सामग्री से भरे ट्रकों को आवासीय कॉलोनी के पास लावरिस हालत में छोड़ रखा है. यहां टीएचडीसी की ओर से विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना पर काम कर रही हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी ने भंडारगृह न होने के चलते विस्फोटक से भरे इन ट्रकों को आबादी वाले इलाके में पार्क किया हुआ है. जो ग्रामीणों के लिए एक बड़ा खतरा बने हुए है. ऐसे में जरा सी लापरवाही के चलते कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

विस्फोटकों से भरे वाहन ग्रामीणों के लिए बने खतरा.
बता दें कि THDC की ओर से पर हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से टनल निर्माण कार्य जोरों पर किया जा रहा है. ऐसे में निर्माणाधीन टनलों के अंदर चट्टानों को विस्फोटकों के द्वारा तोड़ा जा रहा है. वहीं, टनल साइट पर ही विस्फोटकों से भरी गाड़ियों को पार्क किया जा रहा है. जबकि, कायदे से इन विस्फोटकों के लिए आबादी से दूर अलग से भंडार गृह स्थापित किया जाता है. बावजूद इसके निर्माणाधीन कंपनी की ओर से नियमों को ताक पर रखकर इन विस्फोटकों से भरे वाहनों को आवासीय कॉलोनी के पास पार्क किया गया है. जिससे कारण यहां कभी भी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है.

पढ़ें- चारधाम यात्रा में पहुंचे 3783 विदेश श्रद्धालु, सबसे ज्यादा इस देश के नागरिक हैं शामिल

स्थानीय निवासी और परियोजना प्रभावित नरेंद्र पोखरियाल का कहना है कि साल 2003 से क्षेत्र में विस्फोटकों से कंपनी के द्वारा सुरंग निर्माण का कार्य किया जा रहा है, लेकिन आजतक कंपनी की ओर से इन विस्फोटों के लिए किसी तरह का भंडार गृह का निर्माण नहीं किया गया है. जिसके चलते यहां एक बड़ी आबादी को जान माल का खतरा बना हुआ है. वहीं, सुरंग निर्माण के दौरान विस्फोटकों से होने वाले धमकों के कारण क्षेत्र के कई घरों में दरारें पड़ चुकी है.

वहीं, इस मामले में THDC के परियोजना प्रबंधक यूके सक्सेना का कहना है कि विस्फोटक सामग्री भंडारण के लिए आबादी से दूर भंडार कक्ष का निर्माणाधीन है, लेकिन बरसात के मौसम में संपर्क मार्ग टूट जाने के कारण निर्माणाधीन भंडार कक्ष का कार्य पूरा नहीं हो पाया है. जल्द ही भंडार कक्ष का निर्माण कार्य पूरा होते ही विस्फोटक सामग्री को भंडार कक्ष में स्थान्तरित कर दिया जाएगा.

बहरहाल, इन दिनों सूबे के जंगल आग से धधक रहे है. पहाड़ों पर जगह-जगह आग लग रही है. साथ ही कंपनी ने जहां विस्फोटकों से भरे ट्रकों को पार्क किया है वहां पास में ही जंगल है. ऐसे में जंगल में लगी आग की हल्की सी चिंगारी अगर विस्फोटकों से भरी गाड़ी तक पहुंचती है तो किसी बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता. आलम ये है कि कंपनी ने इन विस्फोटकों से भरी गाड़ियों के पास अग्निशमन उपकरण के इंतजाम भी नहीं किया हुआ है.

चमोली: जिले के पीपलकोटी में टीएचडीसी ने टनल निर्माण कार्य के लिए विस्फोटक सामग्री से भरे ट्रकों को आवासीय कॉलोनी के पास लावरिस हालत में छोड़ रखा है. यहां टीएचडीसी की ओर से विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना पर काम कर रही हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी ने भंडारगृह न होने के चलते विस्फोटक से भरे इन ट्रकों को आबादी वाले इलाके में पार्क किया हुआ है. जो ग्रामीणों के लिए एक बड़ा खतरा बने हुए है. ऐसे में जरा सी लापरवाही के चलते कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

विस्फोटकों से भरे वाहन ग्रामीणों के लिए बने खतरा.
बता दें कि THDC की ओर से पर हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से टनल निर्माण कार्य जोरों पर किया जा रहा है. ऐसे में निर्माणाधीन टनलों के अंदर चट्टानों को विस्फोटकों के द्वारा तोड़ा जा रहा है. वहीं, टनल साइट पर ही विस्फोटकों से भरी गाड़ियों को पार्क किया जा रहा है. जबकि, कायदे से इन विस्फोटकों के लिए आबादी से दूर अलग से भंडार गृह स्थापित किया जाता है. बावजूद इसके निर्माणाधीन कंपनी की ओर से नियमों को ताक पर रखकर इन विस्फोटकों से भरे वाहनों को आवासीय कॉलोनी के पास पार्क किया गया है. जिससे कारण यहां कभी भी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है.

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स्थानीय निवासी और परियोजना प्रभावित नरेंद्र पोखरियाल का कहना है कि साल 2003 से क्षेत्र में विस्फोटकों से कंपनी के द्वारा सुरंग निर्माण का कार्य किया जा रहा है, लेकिन आजतक कंपनी की ओर से इन विस्फोटों के लिए किसी तरह का भंडार गृह का निर्माण नहीं किया गया है. जिसके चलते यहां एक बड़ी आबादी को जान माल का खतरा बना हुआ है. वहीं, सुरंग निर्माण के दौरान विस्फोटकों से होने वाले धमकों के कारण क्षेत्र के कई घरों में दरारें पड़ चुकी है.

वहीं, इस मामले में THDC के परियोजना प्रबंधक यूके सक्सेना का कहना है कि विस्फोटक सामग्री भंडारण के लिए आबादी से दूर भंडार कक्ष का निर्माणाधीन है, लेकिन बरसात के मौसम में संपर्क मार्ग टूट जाने के कारण निर्माणाधीन भंडार कक्ष का कार्य पूरा नहीं हो पाया है. जल्द ही भंडार कक्ष का निर्माण कार्य पूरा होते ही विस्फोटक सामग्री को भंडार कक्ष में स्थान्तरित कर दिया जाएगा.

बहरहाल, इन दिनों सूबे के जंगल आग से धधक रहे है. पहाड़ों पर जगह-जगह आग लग रही है. साथ ही कंपनी ने जहां विस्फोटकों से भरे ट्रकों को पार्क किया है वहां पास में ही जंगल है. ऐसे में जंगल में लगी आग की हल्की सी चिंगारी अगर विस्फोटकों से भरी गाड़ी तक पहुंचती है तो किसी बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता. आलम ये है कि कंपनी ने इन विस्फोटकों से भरी गाड़ियों के पास अग्निशमन उपकरण के इंतजाम भी नहीं किया हुआ है.

Intro:चमोली स्थित पीपलकोटी में टीएचडीसी ने टनल निर्माण के लिए विस्फोटक सामग्री से भरे ट्रक विस्फोटस्क पदार्थो के भंडारण के लिए भंडार गृह न होने के कारण डैम निर्माण कर रही हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी की आवासीय कालोनी के पास लावारिस हालात में छोड़ा है।और जिस स्थान पर विस्फोटको से भरी गाड़ियों को पार्क किया गया है ,उसी के पास सडक़ से ग्रामीण आवाजाही भी करते है ।जिससे आये दिन लोगो के लिए विस्फोटकों से भरे ट्रक खतरा बने हुए हैं।


Body:बता दे कि टीएचडीसी की और से विष्णुगाड जलविदुयत परियाजना पर हिंदुस्तान कंपनी की ओर से टनल निर्माण कार्य जोरो पर किया जा रहा है ।कंपनी द्वारानिर्माणाधीन टनलो के अंदर चट्टानों को विस्फोटको के उपयोग से तोड़ा जा रहा है।टनल साइट पर देहरादून से भारी मात्रा में पहुंचाये गए विस्फटको की गाड़ियों में ही विस्फोटकों को भंडारण किया जा रहा है ।जबकि नियमानुसार विस्फोटको के लिए आबादी से दूर अलग से भंडार गृह स्थाफ़ित किया जाता हैं।लेकिन कंपनी की ओर से नियमो को ताक में रखकर अपनी आवसीय कालोनी के पास ही विस्फोटकों से भरी गाड़ियां को पार्क किया गया है ।हाट ,जैसाल गांव के लोग भी विस्फटको से भरी गाड़ियों के पास स्थित मार्ग से आवाजाही करते है।जिससे कभी भी बड़ी अनहोनी हो सकती है ।स्थानीय निवासी और परियोजना प्रभावित नरेंद्र पोखरियाल का कहना है कि वर्ष 2003 से क्षेत्र में विस्फोटकों से कंपनी के द्वारा सुरंग निर्माण का कार्य किया जा रहा है ,लेकिन आज तक भी कम्पनी की तरफ से विस्फटको के लिए भंडार गृह का निर्माण नही किया गया,जिससे आबादी को खतरा बना हुआ है।साथ ही उन्होंने बताया कि कंपनी के द्वारा टनल निर्माण में विस्फटको के उपयोग के कारण हमारे घरों में दरारे पड़ रही है ,और विस्फटको कि कंपन से बच्चो में डर पैदा हो रहा है।

बाईट-नरेंद्र पोखरियाल-स्थानीय परियोजना प्रभावित

बीओ 2-पूरे मामले पर टीएचडीसी के परियोजना प्रबन्धक यू.के सक्सैना का कहना है कि विस्फोटक सामग्री भंडारण के लिए आबादी के दूर भंडार कक्ष निर्माणाधीन है ,लेकिन बरसात के मौसम में निर्माणधीन भंडार कक्ष तक जाने का संपर्क मार्ग टूट जाता है ,जिससे कि भंडार कक्ष का निर्माण आज तक पूरा नही हो पाया।और जल्द ही विस्फोटक सामग्री भण्डार कक्ष में स्थान्तरित कर दी जाएगी।

बाईट-यू.के.सक्सेना-परियोजना प्रबन्धक-टीएचडीसी पीपलकोटी।


Conclusion:जाहिर है कि इन दिनों जंगल आग से झुलस रहे है ,पहाड़ो के जंगलों में जगह जगह आग लग रही है ,और कंपनी द्वारा विस्फोटस्क सामग्री से भरे ट्रकों के पास में ही जंगल है ।ऐसे में अगर जंगलो में लगी आग की चिंगारी भी विस्फोटस्क से भरी गाड़ियों पर गिरती है तो बड़ी अनहोनी होने से इंकार नही किया जा सकता ।साथ ही विस्फटको से भरी गाड़ियों के पास में अग्निशमन उपकरण के साथ साथ सुरक्षा के भी इंतजामात कम्पनी द्वारा नही किये गए है।
Last Updated : May 23, 2019, 1:17 AM IST
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