चमोली: इस साल 7 फरवरी को आई रैणी आपदा में जुआ ग्वाड गांव को जोड़ने वाला धौली गंगा के ऊपर बना झूला पुल बह गया था. वहीं, आपदा के 11 माह बीतने के बावजूद अभी तक झूला पुल नहीं बनने से ग्रामीणों में भारी रोष है. ग्रामीण ट्रॉली के सहारे आवाजाही करने को मजबूर हैं. वहीं, बच्चों और बुजर्गों को ट्रॉली से आवाजाही करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें कि जुआ ग्वाड़ गांव में वर्तमान में 35 परिवार रहते हैं. आपदा के दौरान गांव को जोड़ने वाला झूला पुल बह गया था, जिसके बाद से अभी तक गांव में झूला पुल नहीं बना है. ग्रामीण ट्रॉली के सहारे आवाजाही करने को मजबूर हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन और विभाग से स्थायी पुल निर्माण की बात कही गई है, लेकिन 11 माह बीत जाने के बावजूद भी अभी तक झूला पुल का निर्माण कार्य नहीं हो पाया है.
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जिसके चलते शादी-विवाह और बीमार व्यक्तियों को अस्पताल ले जाने में ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कई बार ट्रॉली की रस्सी खींचने के लिए मजदूर ना होने से लोगों को भारी दिक्कतें होती है. ग्रामीणों ने सरकार से जल्द पुल निर्माण की मांग की है.