चमोली: बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने में अभी 7 दिन का समय बाकी है लेकिन यहां हुई ताजी बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए अभी से तीर्थयात्री धाम पहुंचने लगे है. इसके अलावा मंदिर के सिंहद्वार और मंदिर समिति की धर्मशालाओं में रंगरोगन का कार्य चल रहा है. व्यापारी भी धाम में अपनी व्यवस्थाएं करने में जुटे हुए हैं.
पढ़ें- हिममानव के पैरों के निशान का वैज्ञानिकों ने किया अध्ययन, बताई विशालकाय जानवर की सच्चाई
बता दें कि बदरीनाथ धाम के कपाट 10 मई को ब्रह्ममुहुर्त में सुबह 4 बजकर 15 मिनट पर पूरे विधि-विधान के साथ खुलेंगे. इस साल चारों धाम में काफी ज्यादा बर्फबारी हुई थी. बर्फबारी से परिसंपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा है. इसी वजह से व्यापारी भी समय से धाम पहुंच गए थे, ताकि यात्रा शुरू होने से पहले मरम्मत का काम पूरा किया जा सके. इसके अलावा होटल और दुकानों के सामने पड़ी हुई बर्फ हटाने का काम भी तेजी से किया जा रहा है.
शेषनेत्र झील भी इस बार तीर्थयात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करेगी, क्योंकि धाम में इस बार अच्छी बर्फबारी हुई है जिस कारण ये झील पानी से भरी हुई है, ऐसे में झील का नजारा बेहद दिलकश होगा.
पढ़ें- 7 मई को अक्षय तृतीया के दिन खुलेंगे गंगोत्री धाम के कपाट, तैयारियां पूरी
महाराष्ट्र से धाम पहुंचे 11 सदस्यीय दल के एक सदस्य में बताया कि वे कपाट खुलने से पहले ही धाम में पहुंच चुके हैं और भगवान के दर्शन करने के बाद ही वे यहां से जाएंगे. फिलहाल वे बदरीनाथ धाम के आसपास की सुंदर वादियों और बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं. इसके अलावा उत्तराखंड और आंध प्रदेश से भी पर्यटक यहां पहुंचे हैं.