थराली: नारायणबगड़ विकासखंड में लंबे समय बाद कोरोना पॉजिटिव केस मिलने से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है. भगौती गांव में सड़क निर्माण कार्य में लगे 7 मजदूर बरेली से नारायणबगड़ लोटे थे. जिनकी कोरोना जांच के लिए सैपल लिए गए थे. प्रशासन ने इन सभी मजदूरों को क्वारंटाइन की सलाह भी दी थी. इन मजदूरों में से 6 मजदूरों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है. जबकि, एक मजदूर की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है.
ग्रामीणों ने अब पूरे गांव की कोरोना टेस्ट और सैनिटाइज करने की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन मामले में लापरवाही बरत रहा है. पॉजिटिव आने के बावजूद भी पूरे गांव को सैनेटाइज नहीं किया गया. साथ ही ग्रामीणों ने पीएमजेएसवाई विभाग से भी मांग की है कि ठेकेदार सहित मजदूरों को क्वारंटाइन किया जाए. जानकारी मिली है कि उक्त मजदूर पीएमजीएसवाई द्वारा निर्माणाधीन मोटर मार्ग पर ठेकेदार के अंतर्गत कार्य कर रहा था. ग्रामीणों ने इस मामले में तहसीलदार सुदर्शन सिंह बुटोला से मुलाकात कर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है.
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ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार द्वारा बिना ग्राम सभा की अनुमति के ही मजदूरों को गांव में रखा गया था. मजदूर की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव निकली है, जिस जगह से मजदूर पानी भरते हैं, ग्रामीण भी उसी जल स्त्रोत से पानी भरते हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग है कि जल स्रोत के साथ-साथ पूरे गांव को भी सैनिटाइज किया जाए. क्योंकि जल स्रोत में बच्चे से लेकर बूढ़े तक सभी पानी भरने आते हैं. वहीं तहसीलदार थराली सुदर्शन बुटोल ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत जिलाधिकारी चमोली को भेजी जा चुकी है. आलाधिकारियों के निर्देश के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.