चमोली: उत्तराखंड में पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ऑल वेदर रोड को कार्यदायी और निर्माणदायी संस्था किस तरह के पलीता लगा रही है, इसकी एक बानगी ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर देखने को मिली. यहां ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत निर्मित 30 मीटर लंबी आरसीसी दीवार क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिसकी बाद उसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद के नेता पवन राठौर ने थाना चमोली में कंस्ट्रक्शन कंपनी हिलवेज के खिलाफ तहरीर दी है.
पवन राठौर ने तहरीर में मांग की है कि इस भारी भरकम पुश्ते के ध्वस्त होने के बाद अब लोग हाईवे पर आवाजाही करने से भी डर रहे हैं. उनका आरोप है कि ऑलवेदर रोड परियोजना कार्यों की गुणवत्ता भी ठीक नहीं है. उन्होंने कार्यदायी संस्था एनएचआईडीसीएल से निर्माणदायी संस्था हिलवेज कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
पढ़ें- बदहाल उत्तराखंड, बह गई सड़क... परेशानी दूर करने वाली ऑलवेदर रोड ने बढ़ाई मुश्किलें
साथ ही उन्होंने मांग की है कि जिला प्रशासन की देखरेख में ही हाईवे पर चौड़ीकरण का कार्य किया जाए. इन कंपनियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण सरकारी धन का दुरुपयोग तो हुआ ही है, साथ ही एनएच मार्ग के कार्यों की अच्छी गुणवत्ता न होने पर आम जनमानस की एनएच पर आवाजाही भी खतरे से खाली नहीं है.
चमोली कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक कुलदीप सिंह रावत ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद की ओर से हिलवेज कंस्ट्रक्शन कम्पनी के खिलाफ शिकायती पत्र दिया गया हैं, जिसमें जांच चल रही हैं. जांच में आरोप सही पाए गए तो मुक़दमा दर्ज किया जाएगा.
पढ़ें- उत्तराखंड में ₹12 हजार करोड़ की लागत वाली ऑलवेदर रोड फ्लॉप! ब्लैक लिस्टेड कंपनी कर रही थी निर्माण