चमोलीः भले ही बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की नई तिथि को लेकर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती, धाम के ज्योतिषाचार्य, हक-हकूकधारी, सरकार समेत श्राइन बोर्ड आमने-सामने हों, लेकिन 15 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने को लेकर धाम में तैयारियां जोरों से चल रही हैं. बदरी-केदार यात्रा के व्यवस्थापक बीडी सिंह ने खुद बदरीनाथ पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है.
बता दें कि बीडी सिंह श्राइन बोर्ड का गठन होने से पूर्व बदरी-केदार मंदिर समिति के विशेष कार्याधिकारी रह चुके हैं. साल 2013 की आपदा के बाद बदरी-केदार की यात्रा के सफल संचालन में बीडी सिंह का अहम योगदान रहा है. श्राइन बोर्ड का गठन होने के बाद बीडी सिंह अपने मूल विभाग वन विभाग में आईएफएस के पद पर वापस चले गए थे.
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सरकार और चारधाम श्राइन बोर्ड ने एक बार फिर आईएफएस बीडी सिंह पर भरोसा जताते हुए बदरी-केदार यात्रा के संचालन का जिम्मा सौंपा है. बीडी सिंह ने बदरीनाथ धाम पहुंचकर तैयारियों की कमान अपने हाथों में ले ली है. धाम में विद्युत आपूर्ति बहाल करवा दी गई है. पेयजल समेत अन्य तैयारियों को लेकर मंदिर से जुड़े हुए कर्मचारी डटे हुए हैं.
बदरी-केदार के यात्रा व्यवस्थापक बीडी सिंह ने बताया कि नगर पंचायत और मंदिर से जुड़े हुए कर्मचारी 15 दिन पहले ही धाम में पहुंच गए थे. उन्होंने मंदिर परिसर से बर्फ को पूरी से तरह हटा दिया है. साथ ही मंदिर को इलेक्ट्रिक लाइटों के जरिए बेहतरीन ढंग से सजाया जा रहा है.