चमोली: नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश के बाद आज से चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है. इससे श्रद्धालुओं और पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे खिल गये हैं. आज दोपहर तक 200 से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए.
बता दें, नैनीताल हाईकोर्ट ने कोरोना संक्रमण के चलते चारों धामों में श्रद्धालुओं को दर्शनों पर रोक लगाई थी, लेकिन मंदिरों में पूजा-अर्चना लगातार जारी थी. यात्रा शुरू करने को लेकर बदरीनाथ धाम में स्थानीय व्यापारियों और हक हकूकधारी आंदोलन कर रहे थे. आज यात्रा शुरू होते ही उनके चेहरे खिल गए हैं.
श्रीनगर में बनाई चार अस्थाई पार्किंग: चारधाम यात्रा के आगाज के साथ ही यात्रा के मुख्य पड़ाव श्रीनगर में पुलिस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. अमूमन पार्किंग की समस्या से जूझ रहे श्रीनगर में जाम की समस्या आम रहती है. लोकल वाहनों का अत्यधिक दवाब के साथ-साथ ऋषिकेश-बदरीनाथ यात्रा के दौरान श्रीनगर में वाहनों का भार आम दिनों की अपेक्षा बढ़ जाता है. इसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने अस्थाई तौर पर चार पार्किंग बनाई हैं. वहीं, अगर चमधार और फरासू में भूस्खलन होता है तो वाहनों को खेडाखाल, खिर्सू मार्ग पर डायवर्ट किया जायेगा.
एसएसपी पी रेणुका ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर रात आठ बजे बाद वाहनों को आगे नहीं भेजा जायेगा. यात्री एसबीआई की पार्किंग, जीएनटीआई, एसएसबी के सामने और श्रीकोट में वाहन पार्क कर सकते हैं.
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सरकार ने जारी की SOP: राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा को लेकर एसओपी जारी कर दी है. एसओपी के अनुसार यात्रा के लिए रोजाना चारधामों में दर्शन की लिमिट रखी गई है. इसके अलावा राज्य के बाहर से आने वाले पर्यटकों को स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य किया गया है.
इसके साथ ही सभी तीर्थ यात्रियों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के 15 दिन के बाद का प्रमाण पत्र दिखाना होगा, जिसके बाद ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी. अगर वैक्सीन की पहली डोज या फिर कोई भी डोज नहीं लगाई गई है तो ऐसे में यात्रियों को 72 घंटे पुरानी टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट देनी होगी.
चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा. smartcitydehradun.uk.gov.in पर बाहर से आने वाले व्यक्ति अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. वहीं, प्रदेश के लोगों को पंजीकरण की कोई जरूरत नहीं है.