चमोली: वित्तीय वर्ष 2017 में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने के बाद गौरा देवी कन्या धन योजना के तहत जनपद की 1,438 छात्राओं को इसका लाभ नहीं मिल पाया है. यह छात्राएं अपने परिजनों के साथ बाल विकास विभाग के कई चक्कर लगा चुकी हैं. लेकिन अधिकारी हर बार बजट का अभाव बताकर उन्हें खाली हाथ ही लौटा देते हैं.
बता दें कि, गौरा देवी कन्या धन योजना का आवंटन पूर्व में जिला समाज कल्याण विभाग की ओर से किया जाता था. 1 जुलाई 2017 को यह योजना जिला बाल विकास विभाग को हस्तांतरित हो गई थी. वर्ष 2017 में जिले की 1,438 छात्राओं ने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर गौरा देवी कन्या धन योजना के लिए आवेदन किया था. लेकिन तब से छात्राओं को योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. योजना के तहत छात्राओं को सरकार के द्वारा 50,000 रुपये की धनराशि दी जाती है.
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चमोली के जिला बाल विकास अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि जिस दौरान योजना बाल विकास विभाग को हस्तांतरित हुई थी तब योजना में बदलाव किया गया था. जिससे उस वर्ष की छात्राओं को योजना का लाभ नहीं मिल पाया था. कई बार शासन से बजट की मांग भी की गई लेकिन बजट नहीं मिल पाया.