ETV Bharat / state

चमोली: 1400 से ज्यादा छात्राओं को नहीं मिला गौरा देवी कन्या धन का लाभ

चमोली में वित्तीय वर्ष 2017 में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने के बाद गौरा देवी कन्या धन योजना के तहत जनपद की 1,438 छात्राओं को इसका लाभ नहीं मिल पाया है. यह छात्राएं अपने परिजनों के साथ बाल विकास विभाग के कई चक्कर लगा चुकी हैं.

chamoli
चमोली
author img

By

Published : Oct 28, 2020, 6:55 PM IST

चमोली: वित्तीय वर्ष 2017 में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने के बाद गौरा देवी कन्या धन योजना के तहत जनपद की 1,438 छात्राओं को इसका लाभ नहीं मिल पाया है. यह छात्राएं अपने परिजनों के साथ बाल विकास विभाग के कई चक्कर लगा चुकी हैं. लेकिन अधिकारी हर बार बजट का अभाव बताकर उन्हें खाली हाथ ही लौटा देते हैं.

बता दें कि, गौरा देवी कन्या धन योजना का आवंटन पूर्व में जिला समाज कल्याण विभाग की ओर से किया जाता था. 1 जुलाई 2017 को यह योजना जिला बाल विकास विभाग को हस्तांतरित हो गई थी. वर्ष 2017 में जिले की 1,438 छात्राओं ने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर गौरा देवी कन्या धन योजना के लिए आवेदन किया था. लेकिन तब से छात्राओं को योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. योजना के तहत छात्राओं को सरकार के द्वारा 50,000 रुपये की धनराशि दी जाती है.

पढ़ें: रुड़की में बिजली चुराने वाले 12 आरोपियों पर FIR की तैयारी

चमोली के जिला बाल विकास अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि जिस दौरान योजना बाल विकास विभाग को हस्तांतरित हुई थी तब योजना में बदलाव किया गया था. जिससे उस वर्ष की छात्राओं को योजना का लाभ नहीं मिल पाया था. कई बार शासन से बजट की मांग भी की गई लेकिन बजट नहीं मिल पाया.

चमोली: वित्तीय वर्ष 2017 में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने के बाद गौरा देवी कन्या धन योजना के तहत जनपद की 1,438 छात्राओं को इसका लाभ नहीं मिल पाया है. यह छात्राएं अपने परिजनों के साथ बाल विकास विभाग के कई चक्कर लगा चुकी हैं. लेकिन अधिकारी हर बार बजट का अभाव बताकर उन्हें खाली हाथ ही लौटा देते हैं.

बता दें कि, गौरा देवी कन्या धन योजना का आवंटन पूर्व में जिला समाज कल्याण विभाग की ओर से किया जाता था. 1 जुलाई 2017 को यह योजना जिला बाल विकास विभाग को हस्तांतरित हो गई थी. वर्ष 2017 में जिले की 1,438 छात्राओं ने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर गौरा देवी कन्या धन योजना के लिए आवेदन किया था. लेकिन तब से छात्राओं को योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. योजना के तहत छात्राओं को सरकार के द्वारा 50,000 रुपये की धनराशि दी जाती है.

पढ़ें: रुड़की में बिजली चुराने वाले 12 आरोपियों पर FIR की तैयारी

चमोली के जिला बाल विकास अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि जिस दौरान योजना बाल विकास विभाग को हस्तांतरित हुई थी तब योजना में बदलाव किया गया था. जिससे उस वर्ष की छात्राओं को योजना का लाभ नहीं मिल पाया था. कई बार शासन से बजट की मांग भी की गई लेकिन बजट नहीं मिल पाया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.