देहरादून: चारधाम यात्रा जोर-शोर से चल रही है. लाखों की संख्या में अभी तक देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालु चारधाम की यात्रा कर चुके हैं. हालांकि मौजूदा समय में केदारनाथ धाम जाने के लिए उमड़े हजारों श्रद्धालुओं को हेली सेवा नहीं मिलने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन होने के चलते इस बार चारधाम यात्रा के दौरान हेली सेवा देर से शुरू हुई. यात्रियों को पहले ही सात कंपनियां हेली सेवा दे रहीं हैं, वहीं यात्रियों को हो रही दिक्कत के चलते उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (उकाडा) ने दो और हेली कंपनियों का चयन किया था जो अस्थाई रूप हेली सेवा दे रही हैं.
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ज्यादा जानकारी देते हुए उकाडा महानिदेशक दिलीप जावलकर ने बताया कि यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, वहीं मौसम भी इस बार बहुत दिक्कत दे रहा है और तमाम लोग अतिरिक्त हेली सेवा की मांग कर रहे हैं. जिसको देखते हुए, जो पहले से ही सात हेली सेवा दे रहे हैं वैसे ही दो और अतिरिक्त हेली सेवा शुरू करने का निर्णय लिया गया था.
टेंडर प्रक्रिया में देरी होने के चलते दो कंपनियां अस्थाई रूप से सेवाएं दे रहीं हैं. इसके साथ इन दोनों अतिरिक्त कंपनियों की टेंडरिंग प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है और यह प्रक्रिया अंतिम चरण में है और जल्द ही स्थाई रूप से ये दोनों हेली कंपनियां सेवाएं देनी शुरू कर देंगी.
साथ ही बताया कि इन दोनों हेली कंपनियों की टिकट बुकिंग की जिम्मेदारी जीएमवीएन को सौंपी गई है. जिसमें 30 फीसदी टिकट की बुकिंग विंडो से होगी, इसमें जो लोग सीधे सिरसी पहुंचते हैं वो विंडो से टिकट बुक कर पाएंगे और दूसरी व्यवस्था के तहत 70 फीसदी टिकट ऑनलाइन प्रक्रिया से बुक होंगे. इसके लिए यात्री जीएमवीएन की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन टिकट बुक कर पाएंगे जिससे टिकटों के ब्लैक मार्केटिंग पर भी रोक लगेगी.
साथ ही कहा कि जो दो नए हेली सेवाओं के लिए टेंडर प्राप्त हुए हैं वो पहले टेंडरों से भी कम रेट पर प्राप्त हुए हैं, लेकिन ये तो हेली सेवाओं का अपना खुद का विवेक है कि वो कितना चार्ज करेंगी. लेकिन एक सेक्टर में शासन की तरफ से हेली सेवा का किराया एक ही होगा.