देहरादून: प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार टिहरी झील में सी-प्लेन उतारने जा रही है. इसी क्रम में राज्य सरकार ने 13 जिले 13 डेस्टिनेशन योजना की शुरुआत की थी. जिसमें टिहरी की मरीना को शामिल किया गया था. बावजूद इसके 13 जिले और 13 डेस्टिनेशन योजना में शामिल मरीना की ओर राज्य सरकार ध्यान नहीं दे रही. वहीं, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि मरीना बोट को सिविलाइज कर जल्द ही रिपेयर कर लिया जाएगा.
बता दें कि राज्य सरकार कि "13 जिले 13 डेस्टिनेशन योजना" की शुरुआत टिहरी की मरीना से ही हुई थी. सरकार का मकसद था कि 13 जिलों में ऐसा डेस्टिनेशन बनाया जाए, जहां ज्यादा से ज्यादा सैलानी पहुंच सकें. जिसके तहत प्रदेश सरकार ने टिहरी झील में करोड़ों की लागत से मरीना बोट को उतारा था और इसी बोट पर कैबिनेट का आयोजन भी किया गया था. लेकिन वर्तमान में यह मरीना बोट झील में डूबने से क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन अभी तक सरकार और पर्यटन विभाग ने इसकी सुध तक नहीं ली है.
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वहीं, इस मसले पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि मरीना के क्षतिग्रस्त होने के बाद टिहरी के जिला अधिकारी को जांच के निर्देश दिए गए थे. जिसके रिपोर्ट में सामने आया की टिहरी झील का पानी बरसाती सीजन में 100 मीटर पर आ जाता है. जिसकी वजह से मरीना क्षतिग्रस्त हुई है. दिलीप ने कहा कि मरीना बोट को सिविलाइज किया जाएगा और जल्द ही मरीना के रिपेयर का काम पूरा कर लिया जाएगा.