देहरादून: गर्मियों में पानी को अमृत के समान माना जाता है. मनुष्य को प्यास लगती है तो वह कहीं भी मांग कर पी लेता है, लेकिन पशु पक्षियों को पानी के लिए भटकना पड़ता है. हालांकि कुछ लोग अपने घर की छतों पर पक्षियों के लिए पीने का पानी जरूर रखते हैं. गर्मी के मौसम को देखते हुए सभी लोगों को पक्षियों के लिए पानी जरूर रखना चाहिए. इसके लिए इन दिनों व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर एक संदेश भी वॉयरल हो रहा है. वॉयरल हो रहे इस मैसेज के पीछे के क्या तथ्य हैं जानने के लिए देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट...
वायरल हो रहे इस मैसेज को लेकर ईटीवी भारत ने उत्तराखंड वन विभाग में पक्षियों का रेस्क्यू करने वाले शंकर सती से खास बातचीत की. जिसमें हमने गर्मियों के सीजन में पक्षियों को हो रही समस्या और वायरल हो रहे मैसेज को लेकर जानकारी ली. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए शंकर सती ने बताया कि गर्मियों में इंसान और पक्षी दोनों ही डिहाड्रेशन का शिकार हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि पानी की कमी के कारण पक्षी कभी उड़ते-उड़ते गिर जाते हैं. ऐसे में हमें पक्षियों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए.
शंकर सती ने बताया कि ऐसे में सभी लोगों को घरों की छतों पर पानी रखना चाहिए. साथ ही अगर कहीं लोगों को पक्षी गिरा हुआ मिले या कहीं फंसा मिले तो उसे सुरक्षित जगह पर ले जाना चाहिए. ऐसी हालात में पक्षी के सिर पर पानी की कुछ बूदें डालनी चाहिए. इससे वे राहत महसूस करेंगे. शंकर सती ने बताया कि अगर ऐसी हालत में कहीं कोई पक्षी पड़ा मिलता है तो उसके बारे में वन विभाग के आपातकालीन नंबर पर फोन कर जानकारी भी दी जा सकती है.
ब्लैक काइट हो रही है डिहाइड्रेशन का शिकार
वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने बताया कि इन दिनों सबसे ज्यादा ब्लैक काइट नाम की चील के डिहाड्रेशन होकर गिरने की सबसे ज्यादा सूचनाएं मिल रही हैं. जब ईटीवी भारत की टीम वन विभाग की रेस्क्यू टीम से मिली तब भी उनके पास ब्लैक काइट के कम उम्र के दो बच्चे मौजूद थे. जिन्हें देहरादून के रिहायशी इलाकों से वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू किया था. टीम ने बताया कि ये ब्लैक काइट यानी परिया काइट के बच्चे हैं. रेस्क्यू टीम के सदस्य ने बताया कि ब्लैक काइट के बच्चों की अभी उड़ान ज्यादा मजबूत नहीं हुई है. जिसके कारण अभी इनकी सॉफ्ट फ्लाइट करवाई जा रहा है. कुछ ही दिनों में इन्हें एक बार फिर खुले आसमान के हवाले कर दिया जाएगा.
चाइनीज मांझा बन रहा है पक्षियों के लिए संकट
वन विभाग की टीम ने बताया कि बीते कुछ महीनों में देहरादून जैसे शहर में सबसे ज्यादा पक्षियों में ब्लैक काइट, क्रौ या फिर कबूतरों के गिरने के मामले सामने आये हैं. टीम ने बताया कि पतंग उड़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला चाइनीज मांझा पक्षियों की जान के लिए खतरा बना हुआ है. टीम ने कई बार चाइनीज मांझे में फंसे हुए पक्षियों को भी रेस्क्यू किया है.
बर्डिंग का बढ़ रहा है क्रेज
पिछले कुछ सालों से बर्ड वॉचिंग या फिर बर्डिंग को लेकर लोगों में खासी रुची देखने को मिल रही है. आधुनिक कैमरों में बढ़ती गुणवत्ता के चलते युवाओं में इसके प्रति खासा उत्साह देखने को मिला है. लेकिन इस सबके बीच इस बात को ध्यान रखने की भी जरूरत है कि ये पक्षी केवल आपके शौक और रोमांच का नहीं बल्कि प्रकृति का भी एक जरूरी हिस्सा हैं. जिसको देखते हुए बर्डिंग या बर्ड वॉचिंग से पहले पूरा प्रक्षिशण लेने की जरूरत है.