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नई कार्यकारिणी के सवाल पर बिफरे पीसीसी चीफ, कहा-संगठन पर सवाल उठाना गलत - Civic election

प्रीतम सिंह से कार्यकारिणी के सवाल पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जो कार्यकारिणी अभी मौजूद है क्या वो कार्यकारणी नहीं है क्या? उन्होंने कहा कि नई कार्यकारिणी को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है.

कार्यकारिणी के सवाल पर बिफरे प्रीतम सिंह .
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Published : May 26, 2019, 7:20 PM IST

Updated : May 26, 2019, 8:41 PM IST

देहरादून: लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी में मंथन का दौर शुरू हो गया है. पार्टी लोकसभा चुनाव में मिली हार के कारणों की वजह पर गौर करने के साथ ही आने वाले समय में पार्टी की मजबूती के लिए मंथन में जुट गई है. वहीं जब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह से हार की वजह और कार्यकारिणी को लेकर सवाल पूछा गया तो वे इस पर बिफर पड़े. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी ने पुरानी कार्यकारिणी के दम पर ही निकाय चुनाव में बीजेपी के छक्के छुड़ा दिये थे.

कार्यकारिणी के सवाल पर बिफरे प्रीतम सिंह .

प्रीतम सिंह से कार्यकारिणी पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जो कार्यकारिणी अभी मौजूद है क्या वो कार्यकारणी नहीं है? उन्होंने कहा कि नई कार्यकारिणी को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है. कांग्रेस ने पुरानी कार्यकारिणी के बूते पर ही नगर निकाय चुनाव में जीत हासिल की थी. लेकिन किसी ने उस दौरान ये सवाल नहीं किया कि बीजेपी का संगठन कमजोर है. प्रीतम सिंह ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव के बाद जब कांग्रेस हारी है तो संगठन पर अंगुलियां उठनी शुरू हो गई हैं जो कि सही नहीं है.

गौरतलब है कि कांग्रेस ने 2019 का लोकसभा चुनाव पुरानी कार्यकारिणी के बल पर ही लड़ा है. यही कारण है कि उत्तराखंड की पांचों सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है. ऐसे में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बीते नगर निकाय चुनाव का हवाला देते हुए कार्यकारिणी के सवाल पर पार्टी का बचाव किया. वहीं 2019 के चुनाव में मिली हार को लेकर उनका कहना है कि यह वही कार्यकारिणी है जिसने बीजेपी के नगर निकाय चुनाव में छक्के छुड़ाए थे, अब लोगों ने संगठन पर अंगुली उठाने शुरू कर दी है.

देहरादून: लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी में मंथन का दौर शुरू हो गया है. पार्टी लोकसभा चुनाव में मिली हार के कारणों की वजह पर गौर करने के साथ ही आने वाले समय में पार्टी की मजबूती के लिए मंथन में जुट गई है. वहीं जब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह से हार की वजह और कार्यकारिणी को लेकर सवाल पूछा गया तो वे इस पर बिफर पड़े. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी ने पुरानी कार्यकारिणी के दम पर ही निकाय चुनाव में बीजेपी के छक्के छुड़ा दिये थे.

कार्यकारिणी के सवाल पर बिफरे प्रीतम सिंह .

प्रीतम सिंह से कार्यकारिणी पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जो कार्यकारिणी अभी मौजूद है क्या वो कार्यकारणी नहीं है? उन्होंने कहा कि नई कार्यकारिणी को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है. कांग्रेस ने पुरानी कार्यकारिणी के बूते पर ही नगर निकाय चुनाव में जीत हासिल की थी. लेकिन किसी ने उस दौरान ये सवाल नहीं किया कि बीजेपी का संगठन कमजोर है. प्रीतम सिंह ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव के बाद जब कांग्रेस हारी है तो संगठन पर अंगुलियां उठनी शुरू हो गई हैं जो कि सही नहीं है.

गौरतलब है कि कांग्रेस ने 2019 का लोकसभा चुनाव पुरानी कार्यकारिणी के बल पर ही लड़ा है. यही कारण है कि उत्तराखंड की पांचों सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है. ऐसे में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बीते नगर निकाय चुनाव का हवाला देते हुए कार्यकारिणी के सवाल पर पार्टी का बचाव किया. वहीं 2019 के चुनाव में मिली हार को लेकर उनका कहना है कि यह वही कार्यकारिणी है जिसने बीजेपी के नगर निकाय चुनाव में छक्के छुड़ाए थे, अब लोगों ने संगठन पर अंगुली उठाने शुरू कर दी है.

Intro:लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस पार्टी में मंथन शुरू हो गया है, दरअसल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद पार्टी के हारने की वजह ढूंढ रही है तो वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह नई कार्यकारिणी के सवाल पर बिफर पड़े।


Body:उन्होंने कहा कि जो कार्यकारिणी अभी मौजूद है क्या वो कार्यकारणी नहीं है क्या, नई कार्यकारिणी को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है, कांग्रेस ने पुरानी कार्यकारिणी के बूते नगर निकाय चुनाव में बीजेपी के छक्के छुड़ा दिए थे लेकिन किसी ने उस दौरान यह नहीं कहा कि बीजेपी का संगठन लचर है मगर 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद जब कांग्रेस हारी तो संगठन पर उंगलियां उठनी शुरू हो गई है।

बाईट-प्रीतम सिंह,कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष


Conclusion:गौरतलब है कि कांग्रेस ने 2019 का लोकसभा चुनाव पुरानी कार्यकारिणी के बूते ही लड़ा है, यही कारण रहा कि उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर भाजपा के पांचों सांसद काबिज हो गए, ऐसे में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने प्रीतम सिंह ने बीते नगर निकाय चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस ने इसी संगठन के बूते नगर निकाय चुनावों मे बेहतर प्रदर्शन किया, वहीं 2019 के चुनाव में मिली हार को लेकर उनका कहना है कि यह वही कार्यकारिणी है जिसने बीजेपी के नगर निकाय चुनाव में छक्के छुड़ाए थे, अब लोगों ने संगठन पर उंगली उठाने शुरू कर दी है
Last Updated : May 26, 2019, 8:41 PM IST
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