ETV Bharat / state

राजधानी में यातायात नियमों की उड़ रहीं धज्जियां, बिना हेलमेट फर्राटा भर रहे दोपहिया वाहन

राजधानी देहरादून में यातायात के नियमों का पालन नहीं हो रहा है. यहां दोपहिया वाहन चालक और पिछली सवारी के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया था, जिसका फिलहाल कोई अता-पता नहीं है.

traffic rules
author img

By

Published : Apr 12, 2019, 8:37 PM IST

देहरादूनः शहर में यातायात नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ रहीं हैं. खास तौर पर दोपहिया वाहन चालक जिनके लिए हेलमेट अनिवार्य किया गया है, फिलहाल उसका कोई अता-पता नहीं है. बता दें कि देश के अन्य राज्यों की तर्ज पर बीते वर्ष उच्च न्यायालय नैनीताल ने प्रदेश में भी दोपहिया वाहन चालक और पिछली सवारी के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया था.

राजधानी देहरादून में दोपहिया वाहन चलाते समय दोनों सवारियों के हेलमेट पहनने को लेकर कई जागरूकता अभियान भी चलाए गये. इसके अलावा यातायात नियमों का पालन न करने वाले दोपहिया वाहन चालकों के चालान भी किये गए. ऐसे में पुलिस के इस अभियान का खौफ कुछ महीनों तक ही राजधानी में आया.

राजधानी में यातायात नियमों का पालन नहीं हो रहा है.

लेकिन जैसे-जैसे पुलिस चेकिंग अभियान की रफ्तार धीमी पड़ी, वैसे-वैसे ही दो पहिया पर पीछे बैठने वालों ने हेलमेट पहनना बन्द कर दिया.
आलम ये है कि अब राजधानी में दोपहिया वाहनों में महज 2 प्रतिशत लोग ही पिछली सीट में हेलमेट पहने हुए आपको नजर आ रहे हैं. इस संबंध में जब देहरादून के एसपी ट्रैफिक प्रकाश चंद्र आर्य से बात की तो वो खुद इस बात को स्वीकारते नजर आये कि इन दिनों यातयात पुलिस की ओर से चलाए जाने वाले चेकिंग अभियान में कुछ कमी जरूर आई है.

उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस लगातार ट्रैफिक नियमों का पालन न करने वाले वाहन चालकों का चालान कर रही है, लेकिन शहर में जाम की समस्या भी आम है. ऐसे में कई बार सीपीयू को ट्रैफिक कंट्रोल करने के काम में भी लगना पड़ता है. जिसके चलते चालान कार्रवाई कुछ कम हुई है.
बहरहाल, जब कभी भी कोई नया नियम लागू होता है.

उस नए नियम के अनुपालन पर कड़ी नजर तो जरूर रखी जाती है, लेकिन यहां सवाल यह है कि आखिर कुछ महीने बीत जाने के बाद ही जिम्मेदार महकमा अपनी जिम्मेदारी को क्यों भूलने लगता है.

यह भी पढ़ेंः फैक्ट्री में लगी भीषण आग, लाखों का सामान स्वाहा

इसमें कोई शक नहीं कि दोपहिया वाहन चलाते समय दोनों सवारियां हेलमेट पहने यह सुनिश्चित करना खुद वाहन चालक की भी जिम्मेदारी है. लेकिन इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि लोगों को यातयात नियमों का पालन करवना महकमे की ही जिम्मेदारी है.

देहरादूनः शहर में यातायात नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ रहीं हैं. खास तौर पर दोपहिया वाहन चालक जिनके लिए हेलमेट अनिवार्य किया गया है, फिलहाल उसका कोई अता-पता नहीं है. बता दें कि देश के अन्य राज्यों की तर्ज पर बीते वर्ष उच्च न्यायालय नैनीताल ने प्रदेश में भी दोपहिया वाहन चालक और पिछली सवारी के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया था.

राजधानी देहरादून में दोपहिया वाहन चलाते समय दोनों सवारियों के हेलमेट पहनने को लेकर कई जागरूकता अभियान भी चलाए गये. इसके अलावा यातायात नियमों का पालन न करने वाले दोपहिया वाहन चालकों के चालान भी किये गए. ऐसे में पुलिस के इस अभियान का खौफ कुछ महीनों तक ही राजधानी में आया.

राजधानी में यातायात नियमों का पालन नहीं हो रहा है.

लेकिन जैसे-जैसे पुलिस चेकिंग अभियान की रफ्तार धीमी पड़ी, वैसे-वैसे ही दो पहिया पर पीछे बैठने वालों ने हेलमेट पहनना बन्द कर दिया.
आलम ये है कि अब राजधानी में दोपहिया वाहनों में महज 2 प्रतिशत लोग ही पिछली सीट में हेलमेट पहने हुए आपको नजर आ रहे हैं. इस संबंध में जब देहरादून के एसपी ट्रैफिक प्रकाश चंद्र आर्य से बात की तो वो खुद इस बात को स्वीकारते नजर आये कि इन दिनों यातयात पुलिस की ओर से चलाए जाने वाले चेकिंग अभियान में कुछ कमी जरूर आई है.

उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस लगातार ट्रैफिक नियमों का पालन न करने वाले वाहन चालकों का चालान कर रही है, लेकिन शहर में जाम की समस्या भी आम है. ऐसे में कई बार सीपीयू को ट्रैफिक कंट्रोल करने के काम में भी लगना पड़ता है. जिसके चलते चालान कार्रवाई कुछ कम हुई है.
बहरहाल, जब कभी भी कोई नया नियम लागू होता है.

उस नए नियम के अनुपालन पर कड़ी नजर तो जरूर रखी जाती है, लेकिन यहां सवाल यह है कि आखिर कुछ महीने बीत जाने के बाद ही जिम्मेदार महकमा अपनी जिम्मेदारी को क्यों भूलने लगता है.

यह भी पढ़ेंः फैक्ट्री में लगी भीषण आग, लाखों का सामान स्वाहा

इसमें कोई शक नहीं कि दोपहिया वाहन चलाते समय दोनों सवारियां हेलमेट पहने यह सुनिश्चित करना खुद वाहन चालक की भी जिम्मेदारी है. लेकिन इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि लोगों को यातयात नियमों का पालन करवना महकमे की ही जिम्मेदारी है.

Intro:देश के अन्य राज्यों की तर्ज पर बीते वर्ष उच्च न्यायालय नैनीताल ने प्रदेश में भी दो पहिया वाहन सवार पिछली सवारी के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया था। जिसके बाद बीते वर्ष अगस्त माह में प्रदेश की राजधानी देहरादून में दो पहिया वाहन चलाते समय दोनों सवारियों के हेलमेट पहनने को लेकर कई जागरूकता अभियान भी चलाए गए । साथ ही हेलमेट न पहनने वाले कई दो पहिया वाहन सवार लोगो के चालान भी किए गए। ऐसे में इस दौरान पुलिस के खौफ से कुछ महीनों तक तो राजधानी में दो पहिया वाहन सवार दोनों सवारिया हेलमेट पहने हुई जरूर नज़र आई । लेकिन जैसे जैसे पुलिस के चेकिंग अभियान की रफ्तार धीमी पड़ी वैसे वैसे ही दो पहियाँ वाहन सवार पिछली सवारी ने हेलमेट पहनना बन्द कर दिया । आज राजधानी में एक बार फिर स्थिति कुछ यह हो चुकी है कि शहर में दो पहियाँ वाहन सवार महज 2 प्रतिशत लोग ही पिछली सीट में हेलमेट पहने हुए आपको नजर आएंगे है ।


Body:इस संबंध में जब हमने देहरादून के एसपी ट्रेफिक प्रकाश चंद्र आर्य से बात की तो वो खुद इस बात को स्वीकारते नज़र आये की इन दिनों यातयात पुलिस की ओर से चलाए जाने वाले चेकिंग अभियान में कुछ कमी जरूर आई है । उनका कहना था कि यातायात पुलिस लगातार ट्रैफिक नियमों का पालन न करने वाले वाहन स्वामियों का चालान कर रही है लेकिन क्योंकि शहर में जाम की समस्या भी आम है ऐसे में कई बार सीपीयू को ट्रैफिक कंट्रोल करने के काम में भी लगना पड़ता है । जिसके चलते चालानी कार्रवाई कुछ कम हुई है । इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही राजधानी में सख्ती के साथ एक बार फिर चेकिंग अभियान चलाया जाएगा और सभी दो पहिया वाहन सवार दोनों सवारियों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा। बाइट- प्रकाश चंद्र आर्य एसपी ट्रैफिक देहरादून


Conclusion:बरहाल जब कभी भी कोई नया नियम लागू होता है । इस दौरान उस नए नियम के अनुपालन पर कड़ी नजर तो जरूर रखी जाती है । लेकिन यहां सवाल यह है कि आखिर कुछ महीने बीत जाने के बाद ही जिम्मेदार महकमा अपनी जिम्मेदारी को क्यों भूलने लगता है। इसमें कोई शक नहीं कि दो पहियाँ वाहन चलाते समय दोनों सवारियाँ हेलमेट पहने यह सुनिश्चित करना खुद वाहन स्वामी की भी जिम्मेदारी है। लेकिन इसमें भी कोई दो राहें नहीं कि लोग नियमों का पालन कर रहे हैं या नही इस पर नज़र रखना ज़िम्मेदार महकमे की ही ज़िमेदारी है ।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.