देहरादून: हिमालय की गोद में बसे उत्तराखंड को प्रकृति ने कई अनमोल तोहफो से नावजा है. 70 फीसदी वन क्षेत्र वाले इस प्रदेश में कई धार्मिक स्थलों के साथ-साथ अनेकों पर्यटन क्षेत्र हैं. जहां देश-दुनिया से लोग घूमने आते हैं. प्रदेश सरकार भी पर्यटकों को लुभाने के लिए इको टूरिज्म पार्क डेवलप करने की बात कह रही है. शासन स्तर पर जिसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं.
देवभूमि कहे जाने वाले इस प्रदेश में कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जहां हर साल करीब तीन करोड़ से ज्यादा सैलानी घूमने आते हैं. जिसमें देहरादून, मसूरी, नैनीताल, टिहरी, चकराता, ऋषिकेश और हरिद्वार आदि प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थल हैं. यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या को देखते हुए राज्य सरकार इसके लिए अलग इको टूरिज्म पार्क बनाने जा रही है. जहां आने वाले सैलानियों को तमाम व्यवस्थाएं मिल पाएंगी. इसके साथ ही उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों में इको पार्क टूरिज्म का भी नाम जुड़ जाएगा. जल्द ही शासन इको पार्क की नियमावली भी जारी करने वाला है.
पर्यटन से जुड़ा है आर्थिकी का बड़ा हिस्सा
उत्तराखंड राज्य अपनी भौगोलिक परिस्थितियों के चलते राज्य में आर्थिकी जुटाने के लिए सीमित संसाधनों में सिमटा हुआ है. इन्हीं सीमित संसाधनों में पर्यटन अहम भूमिका निभाता है. प्रदेश की आर्थिकी का एक बड़ा हिस्सा पर्यटन पर टिका हुआ है. यही नहीं प्रदेश के लाखों परिवारों की रोजी रोटी भी पर्यटन पर निर्भर है. यही वजह है कि राज्य सरकार आये दिन नए-नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने में जुटी हुई है.
इको पार्क में मिलेंगी सारी व्यवस्थाएं
वन पंचायत अध्यक्ष विरेंद्र बिष्ट ने इको पार्क को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि इको टूरिज्म बनाने का कॉन्सेप्ट पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए लाया गया है. उन्होंने कहा जहां अधिक संख्या में पर्यटक आते हैं वहां पर इको पार्क बनाया जाना चाहिए ताकि पर्यटकों को सारी सुविधाएं दी जा सकें. उन्होंने कहा कि इको पार्क में ऐसे क्षेत्र को डेवलप किया जाएगा जो सुन्दता, प्रकृति और पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण हो. विरेंद्र बिष्ट ने बताया कि इसके तहत पानी, छायादार और फलदार वृक्ष लगाए जायेंगे. इको टूरिस्म पार्क के नाम पर कई ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है जहां सड़क, पार्किंग, खाने पीने की व्यवस्था के साथ ही प्राकृतिक सुंदरता हो.
प्रदेश के सभी वन प्रभागों में डेवेलोप होंगे इको पार्क
प्रदेश के तीसों वन प्रभागों के वन पंचायत क्षेत्रों में इको टूरिज्म पार्क बनाया जाएगा. इन सभी वन पंचायतों में बनने वाले इको पार्क का काम प्रबंधन वन पंचायतों के सरपंचों की कमेटियां करेंगी. साथ ही शासन जल्द ही प्रदेश स्तर पर इको पार्क के प्रबंधन के लिए नियमावली बना रहा है. जिसके तहत आर्थिक प्रबंधन और संचालन के नियम निहित किये जायेंगे. जिससे वहां के स्थानीय निवासियों को आर्थिक लाभ मिलेगा.
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि इको टूरिज्म में आने वाले समय में महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में उभर कर सामने आएगा. अभी जो टूरिज्म जो लोग देख रहे हैं वो लोग चाहते हैं कि आने वाले समय में प्रकृति और पर्यावरण से जुड़े और पर्यटन स्थल वे लोग देखें. साथ ही उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने की अपार संभावनाए हैं.