देहरादूनः कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत 108 सेवा के पूर्व कर्मियों के धरने पर पहुंचे और उन्हें अपना समर्थन दिया. इस दौरान उन्होंने परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर 108 सेवा के पूर्व कर्मचारियों से बात की और उनकी मांगों को जायज ठहराया.
पूर्व मुख्यमंत्री और नैनीताल लोकसभा सीट से हार का सामना कर चुके हरीश रावत ने कहा कि यह बड़ा लंबा विषय हो गया है कि 108 आपातकालीन सेवा के पूर्व कर्मचारी विगत 27 दिनों से धरने पर बैठे हैं. दरअसल ये संघर्ष की तपस्या है.
उन्होंने अपील की 108 का समाधान अभिलंब किया जाए ताकि सभी संघर्षरत नौजवानों की समस्याओं का समाधान हो सके. दरअसल, उत्तराखंड राज्य नौजवानों के लिए ही बनाया गया था. सरकार को 108 सेवा के नए टेंडर को कैंसिल करके पुराने सिस्टम को लागू करना चाहिए, क्योंकि कांग्रेस की सरकार ने 108 सेवा के सिस्टम को योजनाबद्ध तरीके से लागू किया था.
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ऐसे में पूर्व की भांति ही सरकार इन कर्मियों को सुविधाएं प्रदान करें क्योंकि वर्तमान सरकार तो डबल इंजन की महाविजयी सरकार है तो आखिर 108 आपातकालीन सेवा के पूर्व कर्मचारियों की मांगों को क्यों अनसुना कर रही है.
भले ही हरीश रावत को नैनीताल लोकसभा सीट से करारी हार का सामना करना पड़ा है, लेकिन 108 सेवा के पूर्व कर्मचारियों के समर्थन में हरीश रावत धरना स्थल पहुंचे. इससे जाहिर होता है कि भले ही हरीश रावत को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा हो मगर उनका राजनीतिक कद अभी भी बरकरार है.