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उत्तराखंड के प्रमुख सचिव की पत्नी के साथ धोखाधड़ी, 'पासपोर्ट विभाग' की वेबसाइट से हुई ठगी

प्रमुख सचिव आबकारी आनंद वर्द्धन की पत्नी रश्मि के पासपोर्ट की वैधता मई 2019 में खत्म हो रही थी. जिसे रिन्यू कराने के लिए उन्होंने ऑनलाइन सर्च किया. इस पर उन्हें ऑनलाइन एक वेबसाइट मिली जो पासपोर्ट विभाग की वेबसाइट की तरह ही दिखती थी.

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Published : Apr 2, 2019, 5:29 PM IST

Updated : Apr 2, 2019, 11:00 PM IST

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देहरादून: राजधानी देहरादून में साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है. जहां पासपोर्ट विभाग की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से रुपये ऐंठे जा रहे थे. प्रदेश के मुख्य सचिव आबकारी आनंद वर्द्धन की पत्नी रश्मि वर्द्धन के साथ ठगी होने के बाद मामला पुलिस की जानकारी में आया. मामले की गंभीरता को देखते हुए वेबसाइट को ब्लाक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

जानकारी के मुताबिक प्रमुख सचिव आबकारी आनंद वर्द्धन की पत्नी रश्मि के पासपोर्ट की वैधता मई 2019 में खत्म हो रही थी. जिसे रिन्यू कराने के लिए उन्होंने ऑनलाइन सर्च किया. इस पर उन्हें ऑनलाइन एक वेबसाइट मिली जो पासपोर्ट विभाग की वेबसाइट की तरह ही दिखती थी. उन्होंने उस पर जाकर सारी जानकारी भरी और चार हजार रुपये फीस भी जमा करा दिया. इतना ही नहीं ठगों ने रश्मि के आधार कार्ड, बैंक डिटेल आदि की जानकारी भी ले ली.

जब कुछ दिन बाद उन्होंने पासपोर्ट रिन्यू का स्टेटस जानने के लिए लॉगइन किया तो पता चला कि वेबसाइट फर्जी है. रश्मि के मुताबिक उन्होंने www.passportonlineindia.com पर लॉगइन किया था. जिसके बाद उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई.

प्रमुख सचिव की पत्नी के साथ धोखाधड़ी

मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि लगातार साइबर ठगी का मामला बढ़ना एक गंभीर मुद्दा है. मामले में अंकुश लगाने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है. वहीं उन्होंने जनता से जागरूक रहने की भी अपील की.

अशोक कुमार के मुताबिक बीते रोज उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में दो ऐसे नाइजीरियन ठग गिरफ्तार किए गए हैं, जो लोगों से कोका-कोला कंपनी की लॉटरी के नाम पर 25 लाख ठग चुके थे. अब फर्जी वेबसाइट का मामला सामने आने के बाद साइबर पुलिस ने वेबसाइट को ब्लाक कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

देहरादून: राजधानी देहरादून में साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है. जहां पासपोर्ट विभाग की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से रुपये ऐंठे जा रहे थे. प्रदेश के मुख्य सचिव आबकारी आनंद वर्द्धन की पत्नी रश्मि वर्द्धन के साथ ठगी होने के बाद मामला पुलिस की जानकारी में आया. मामले की गंभीरता को देखते हुए वेबसाइट को ब्लाक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

जानकारी के मुताबिक प्रमुख सचिव आबकारी आनंद वर्द्धन की पत्नी रश्मि के पासपोर्ट की वैधता मई 2019 में खत्म हो रही थी. जिसे रिन्यू कराने के लिए उन्होंने ऑनलाइन सर्च किया. इस पर उन्हें ऑनलाइन एक वेबसाइट मिली जो पासपोर्ट विभाग की वेबसाइट की तरह ही दिखती थी. उन्होंने उस पर जाकर सारी जानकारी भरी और चार हजार रुपये फीस भी जमा करा दिया. इतना ही नहीं ठगों ने रश्मि के आधार कार्ड, बैंक डिटेल आदि की जानकारी भी ले ली.

जब कुछ दिन बाद उन्होंने पासपोर्ट रिन्यू का स्टेटस जानने के लिए लॉगइन किया तो पता चला कि वेबसाइट फर्जी है. रश्मि के मुताबिक उन्होंने www.passportonlineindia.com पर लॉगइन किया था. जिसके बाद उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई.

प्रमुख सचिव की पत्नी के साथ धोखाधड़ी

मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि लगातार साइबर ठगी का मामला बढ़ना एक गंभीर मुद्दा है. मामले में अंकुश लगाने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है. वहीं उन्होंने जनता से जागरूक रहने की भी अपील की.

अशोक कुमार के मुताबिक बीते रोज उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में दो ऐसे नाइजीरियन ठग गिरफ्तार किए गए हैं, जो लोगों से कोका-कोला कंपनी की लॉटरी के नाम पर 25 लाख ठग चुके थे. अब फर्जी वेबसाइट का मामला सामने आने के बाद साइबर पुलिस ने वेबसाइट को ब्लाक कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

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pls desk नोट-इस खबर की PTC FTP द्वारा भेजी गई हैं, फोल्डर -"cyber thagi ptc"

देहरादून: भारत सरकार के विदेश मंत्रालय अंतर्गत आने वाले पासपोर्ट विभाग से मिलती जुलती फर्जी वेबसाइट द्वारा साइबर ठगी का मामला सामने आया है। उत्तराखंड सरकार में मजबूत कद रखने वाले आईएएस अधिकारी व आबकारी प्रमुख सचिव आनंद बर्द्धन पत्नी रश्मि बर्द्धन के साथ पासपोर्ट रिन्यू करने के नाम पर ऑनलाइन चार हजार की ठगी का मामला सामने आया हैं।हालांकि इस मामले में शिकायत करने के बाद देहरादून साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कर फर्जी वेबसाइट को ब्लॉक कराने की प्रक्रिया शुरू कर आगे जांच शुरू कर दी गई है. लेकिन हैरान करने का विषय है कि भारत सरकार की पासपोर्ट वेबसाइट से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइट द्वारा सेंधमारी कर ठगी की घटना को धड़ल्ले से अंजाम दिया जा रहा है।


Body:जानकारी के मुताबिक भारत सरकार की पासपोर्ट वेबसाइट से मिलती-जुलती एक ऑनलाइन वेबसाइट को असली वेबसाइट समझकर उत्तराखंड आईएएस अधिकारी आनंद बर्द्धन की पत्नी रश्मि बर्द्धन ने कुछ दिन पहले अपने पासपोर्ट रिन्यू प्रोसेसिंग करने के दौरान ही ऑनलाइन रिन्यू फीस चार हजार अपने बैंक खाते द्वारा जमा किये,इतना ही नहीं फर्जी वेबसाइट द्वारा रश्मि बर्द्धन की बैंक डिटेल के साथ उनके आधार कार्ड, मोबाइल नंबर व पासपोर्ट नंबर सभी तरह की जानकारी भी वेबसाइट द्वारा ले ली गई। उधर पासपोर्ट रिन्यू प्रोसेसिंग के बाद जब दोबारा से वेबसाइट लॉगइन करने जैसी बारी आई तो पता चला कि वेबसाइट फर्जी थी। शिकायतकर्ता द्वारा तत्काल देहरादून साइबर थाने में तहरीर दी गई जिसके बाद साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज किया गया साथ ही वेबसाइट को ब्लॉक करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है वहीं साइबर पुलिस अब वेबसाइट से जुड़ें अन्य तरह की जानकारी एकत्र कर कार्रवाई करने में जुटी है।

वहीं इस मामले के सामने आने के बाद सबसे हैरान करने वाला विषय यह है कि भारत सरकार की पासपोर्ट वेबसाइट से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइट द्वारा सेंधमारी कर किस तरह से साइबर अपराधी देशभर में इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं और इस बात की जानकारी किसी को नहीं है। उधर दूसरी तरफ गंभीर विषय यह भी है कि आम के साथ खास लोग भी अब इस तरह की फर्जी वेबसाइट के झांसे में आकर इनकी ठगी का शिकार हो रहे हैं।




Conclusion:जानकारी के मुताबिक आईएएस आनंद वर्धन की पत्नी रश्मि वर्धन का पासपोर्ट मई 2019 में वैधता समाप्त हो रहा था जिसके चलते उन्होंने अपने पासपोर्ट रिन्यू कराने के चलते इंटरनेट से सरकारी पासपोर्ट वेबसाइट सर्च कि इसी दौरान एक मिलती-जुलती वेबसाइट पर क्लिक हो गया जिसके बाद फर्जी वेबसाइट द्वारा उनके पुराने पासपोर्ट नंबर मोबाइल नंबर आधार नंबर शैक्षिक योग्यता सहित अन्य थाना की जानकारी मांगी गई इसके बाद वेबसाइट द्वारा पासपोर्ट रिन्यू करने के नाम ऑनलाइन चार हजार भुगतान करने की प्रक्रिया पूरी कराई गई।

यह थी वह फर्जी वेबसाइट-www.passportonlineindia.com

साइबर ठगी के प्रति जागरूक होना जरूरी :डीजी

उधर इस मामले में उत्तराखंड में अपराध व कानून व्यवस्था की कमान संभालने वाले महानिदेशक अशोक कुमार के मुताबिक आए दिन लगातार साइबर ठगी के मामले बढ़ना अपनेआप में एक गंभीर विषय बनता जा रहा हैं,साथ ही साइबर क्राइम से निपटना पुलिस के लिए नई चुनौती रूप में हैं,हालांकि उत्तराखंड साइबर पुलिस इस तरह के मामले पर अंकुश लगाने में लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन दूसरी तरह जनता में भी साइबर ठगी के मामलें सामने आने के बाद इनके प्रति जागरूक होना भी जरूरी हैं। अशोक कुमार के मुताबिक बीते रोज उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में दो ऐसे नाइजीरियन ठग गिरफ्तार किए गए हैं जिनके द्वारा कोका -कोला कंपनी में लॉटरी निकलने के नाम पर एक शख्स से 25 लाख की ठगी की गई. अब फर्जी पासपोर्ट वेबसाइट जैसा मामला सामने आने के बाद साइबर पुलिस इस मामले में तत्काल वेबसाइट को ब्लॉक करा कर इससे जुड़ी जानकारियों को एकत्र कर आगे की ठोस कार्रवाई करने में जुटी है.

बाइट- अशोक कुमार, महानिदेशक अपराध व कानून व्यवस्था
Last Updated : Apr 2, 2019, 11:00 PM IST
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