देहरादून: केदारनाथ में भीषण आपदा के बाद पुनर्निर्माण कार्य कराने के बाद सुर्खियों में आए कर्नल अजय कोठियाल की लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं गर्म थी. कयास लगाये जा रहे थे कि कर्नल पौड़ी लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हो सकते हैं. लेकिन बीजेपी ने इस सीट पर तीरथ सिंह का नाम फाइनल कर सारे कयासों पर विराम लगा दिया. जिसके बार खबरें आई कि कर्नल अब लोकसभा चुनाव में निर्दलीय दांव ठोकेंगे. अब कर्नल अजय कोठियाल ने खुद सामने आकर अपने अगले कदम के बारे में जानकारी दी. जिसमें कर्नल ने कहा कि वे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं.
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कर्नल अजय कोठियाल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे राजनीति की भाषा आज भी नहीं आती है. कर्नल ने जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न माध्यमों से राज्य के विकास के लिए काम कर रहे हैं. चुनाव लड़ने के सवाल पर बोलते हुए कर्नल ने कहा कि लोकसभा चुनाव लड़ने की सोच उनकी खुद की थी, लेकिन उनके काम करने के तरीके से किसी भी राष्ट्रीय दल के साथ उनका सामंजस्य नहीं बैठ पा रहा है. यही कारण है कि वे चुनाव नहीं लड़ रहे हैं.
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कर्नल अजय कोठियाल ने कहा कि कहा कि वे अपनी फाउंडेशन के माध्यम से अपने कार्य को लगातार आगे बढ़ाते रहेंगे. उन्होंने कहा कि सेना में काम करने के दौरान उन्हें निम में काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. कर्नल कोठियाल ने कहा कि सेना से रिटायर्ड होने के बाद वे यूथ फाउंडेशन बनाकर लगातार युवाओं के बीच जाकर उनकी मदद कर रहे हैं, उन्हें रोजगार के अवसर दे रहे हैं. बता दें कि कर्नल यूथ फाउंडेशन के माध्यम से अबतक 800 युवाओं को सेना के लिए तैयार कर चुके हैं.
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अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कर्नल ने कहा कि उन्हें किसी राजनीतिक दल से राष्ट्रवाद सीखने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद मेरे खून में है. कर्नल कहते हैं कि मैंने अपनी ड्यूटी के दौरान पुलवामा में सीने पर गोलियां खाई हैं जो आज उनके शरीर में हैं. इसलिए वे बता देना चाहते हैं कि राष्ट्रीय पार्टियों से विचारधारा न मिलने के कारण उन्होंने चुनाव न लड़ने का फैसला लिया है.