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विधानसभा सत्र: कानून व्यवस्था को लेकर अपने ही विधायकों ने सरकार को कटघरे में किया खड़ा

विधानसभा सत्र के दौरान सत्तापक्ष के विधायकों ने राज्य में अनुसूचित समाज के लोगों पर हो रहीं ज्यादतियों को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करवाया.

विधानसभा सत्र
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Published : Jun 25, 2019, 2:53 PM IST

देहरादूनः विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन के भीतर प्रश्नकाल के दौरान सत्तापक्ष के विधायकों ने ही प्रदेश में चरमराती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. साथ प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रही आपराधिक घटनाओं को लेकर पुलिस उच्चाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. इसके अलावा पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने के विषय में न्यायालय द्वारा रोक लगाने के बाद पुनः प्रदेश में पदोन्नति में आरक्षण बहाल करने की बात कही है.

विधायक चंदन राम दास ने विधानसभा में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया.

बागेश्वर से विधायक चंदन राम दास ने कहा कि टिहरी में अनुसूचित वर्ग की महिलाओं के साथ बीते 3 महीनों में करीब 3 घटनाएं हो चुकी हैं. जिससे अनुसूचित समाज के लोग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. हालांकि, इन मामलों में दोषियों की गिरफ्तारी भी हुई है लेकिन, बावजूद इसके बड़े अधिकारी इन मामलों पर गंभीर नहीं है.

ऐसे में टिहरी जिले के जिलाधिकारी और एसएसपी पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. इस संबंध में मुख्यमंत्री से अनुसूचित वर्ग के सभी विधायकों ने मुलाकात की. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इस पर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है.

यह भी पढ़ेंः बारिश ने खोली प्रशासनिक तैयारियों की पोल, मंदिर में घुसा नाली का गंदा पानी

विधायक चंदन राम दास ने कहा कि प्रदेश में प्रमोशन में आरक्षण के मामले पर पिछली सरकार ने हाईकोर्ट के निर्देश के आधार पर प्रमोशन में आरक्षण खत्म कर दिया. क्योंकि उस वक्त हाई कोर्ट ने प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने का आदेश दे दिया था, लेकिन इस बार हाईकोर्ट ने पिछले आदेश को निरस्त कर दिया है.

विधायकों का कहना है कि ऐसे में राज्य के भीतर प्रमोशन में आरक्षण को लागू करना चाहिए ताकि हाई कोर्ट के आदेशों का पालन हो सके और इस संबंध में मुख्यमंत्री ने बहुत गंभीर दृष्टिकोण अपनाते हुए कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.

देहरादूनः विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन के भीतर प्रश्नकाल के दौरान सत्तापक्ष के विधायकों ने ही प्रदेश में चरमराती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. साथ प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रही आपराधिक घटनाओं को लेकर पुलिस उच्चाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. इसके अलावा पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने के विषय में न्यायालय द्वारा रोक लगाने के बाद पुनः प्रदेश में पदोन्नति में आरक्षण बहाल करने की बात कही है.

विधायक चंदन राम दास ने विधानसभा में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया.

बागेश्वर से विधायक चंदन राम दास ने कहा कि टिहरी में अनुसूचित वर्ग की महिलाओं के साथ बीते 3 महीनों में करीब 3 घटनाएं हो चुकी हैं. जिससे अनुसूचित समाज के लोग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. हालांकि, इन मामलों में दोषियों की गिरफ्तारी भी हुई है लेकिन, बावजूद इसके बड़े अधिकारी इन मामलों पर गंभीर नहीं है.

ऐसे में टिहरी जिले के जिलाधिकारी और एसएसपी पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. इस संबंध में मुख्यमंत्री से अनुसूचित वर्ग के सभी विधायकों ने मुलाकात की. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इस पर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है.

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विधायक चंदन राम दास ने कहा कि प्रदेश में प्रमोशन में आरक्षण के मामले पर पिछली सरकार ने हाईकोर्ट के निर्देश के आधार पर प्रमोशन में आरक्षण खत्म कर दिया. क्योंकि उस वक्त हाई कोर्ट ने प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने का आदेश दे दिया था, लेकिन इस बार हाईकोर्ट ने पिछले आदेश को निरस्त कर दिया है.

विधायकों का कहना है कि ऐसे में राज्य के भीतर प्रमोशन में आरक्षण को लागू करना चाहिए ताकि हाई कोर्ट के आदेशों का पालन हो सके और इस संबंध में मुख्यमंत्री ने बहुत गंभीर दृष्टिकोण अपनाते हुए कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.

Intro:summary - सत्ता पक्ष के अपने ही विधायकों ने प्रदेश में चरमराती कानून व्यवस्था और प्रदेश के भीतर प्रमोशन में आरक्षण लागू करने को लेकर सरकार को घेरा, जिस पर मुख्यमंत्री ने कार्रवाई करने का दिया आश्वासन


Intro - विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन के भीतर प्रश्नकाल के दौरान सत्तापक्ष के विधायकों ने ही प्रदेश में चरमराती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। और प्रदेश में हो रही महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं को लेकर उच्च अधिकारियों पर कार्यवाही करने की मांग की। इसके साथ ही प्रदेश के भीतर पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने के विषय मे न्यायालय ने रोक लगाने के बाद पुनः प्रदेश में पदोन्नति में आरक्षण बहाल करने की मांग की। 


Body:टिहरी में अनुसूचित वर्ग की महिलाओं के साथ बीते 3 महीनों में करीब 3 घटनाएं हो चुकी हैं जिससे अनसूचित समाज के लोग कुछ ज्यादा ही परेशान है और अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री ने कार्रवाई की है और दोषियों की गिरफ्तारी भी हुई है लेकिन बावजूद इसके बड़े अधिकारियों को चेत नहीं आ रही है और अधिकारियों को किसी भी डर का परवाह नहीं है। ऐसे में टिहरी जिले के जिलाधिकारी और एसएसपी पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, कम से कम डर और परवाह भी होनी चाहिए। इस संबंध में मुख्यमंत्री से अनुसूचित वर्ग के सभी विधायकों ने मुलाकात की है जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इस पर कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया है।


साथ ही बताया कि प्रदेश में प्रमोशन में आरक्षण के मामले पर पिछले सरकार ने हाईकोर्ट के निर्देश के आधार पर प्रमोशन में आरक्षण खत्म कर दिया क्योकि उस वक्त हाईकोर्ट ने प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने का आदेश दे दिया था। लेकिन इस बार हाईकोर्ट ने पिछले आदेश को निरस्त कर दिया है लेकिन अब हाईकोर्ट ने पीछले आदेश को निरस्त कर दिया है, तो ऐसे में राज्य के भीतर प्रमोशन में आरक्षण को लागू करना चाहिए। ताकि हाईकोर्ट के आदेशों का पालन हो सके और इस संबंध में मुख्यमंत्री ने बहुत गंभीर दृष्टिकोण अपनाते हुए कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।


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