देहरादून: प्रदेश में बीजेपी के जाने माने और अक्सर विवादों में रहने वाले नेता कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और देशराज कर्णवाल के बीच छिड़ी जुबानी जंग ने पार्टी की साख पर बट्टा लगा दिया है. दोनों ही विधायकों के विवाद को सुलझाने और कार्रवाई करने के मामले में पार्टी का ढीला रवैया देखने को मिल रहा है. पार्टी की जांच समिति द्वारा की गयी जांच पूरी होने के कई दिन बाद भी इस विवाद पर अभीतक कुछ निर्णय नहीं हो पाया है. वहीं इस मामले में प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि उन्हें अभीतक इस रिपोर्ट को पढ़ने का टाइम ही नहीं मिला.
खानुपर से बीजेपी विधायक चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के बीच पिछले कई महीनों से चल रहे विवाद पर पार्टी ने अबतक कोई एक्शन नहीं लिया है. भाजपा के इन दोनों विधायकों ने इस लोकसभा चुनावों के दौरान पार्टी की साख पर खूब बट्टा लगाया. खानपुर विधायक चैंपियन ने तो वर्तमान केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को चुनावों से पहले बाहरी बताकर उनका विरोध भी किया था. बावजूद पार्टी ने उनके खिलाफ कोई सख्ती नहीं दिखाई.
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वहीं, जैसे ही प्रदेश में मामले ने तूल पकड़ा वैसे ही प्रदेश अध्यक्ष ने मामले में तीन सदस्यीय जांच कमेठी गठित कर दी. विधायक विवाद मामले में जांच कमेटी की जांच पूरी होने के बाद भी अबतक दोनों विधायकों पर कार्रवाई नहीं हो पाई है. बताया गया कि कई बार बुलाने पर भी विधायक जांच कमेटी के सामने पेश नहीं हुए. जांच कमेटी ने जैसे-तैसे रिपोर्ट तैयार कर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भेजा दी. लेकिन अफसोस कि जांच रिपोर्ट को शीर्ष नेताओं को सौंपे हुए कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन इस पर अभीतक कोई निर्णय नहीं आ पाया है.
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जब इस विवाद के बारे में अजय भट्ट से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें अभी जांच रिपोर्ट पढ़ने का समय नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों की व्यस्तता के चलते वे जांच रिपोर्ट देख नहीं पाये हैं. भट्ट ने कहा कि आने वाले समय में जल्द ही इस मामले में स्थिति साफ हो जाएगी.
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बीजेपी के प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू से जब पार्टी के विधायकों की अनुशासनहीनता के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा. श्याम जाजू ने कहा कि चुनाव के दौरान की गई अनुशासनहीनता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.