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ट्रंचिंग ग्राउंड की जमीन पर कब्जा लेने में नगर निगम के छूटे पसीने, झेलना पड़ा विरोध

काशीपुर में आज नगर निगम की टीम को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा. नगर निगम की टीम ट्रंचिंग ग्राउंड की जमीन पर कब्जा लेने गयी थी.

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ट्रंचिंग ग्राउंड की जमीन पर कब्जा लेने में नगर निगम के छूटे पसीने
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Published : Nov 29, 2021, 5:44 PM IST

Updated : Nov 29, 2021, 6:23 PM IST

काशीपुर: ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए जमीन पर कब्जा लेने पहुंची नगर निगम और पुलिस टीम को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. आक्रोशित महिलाएं अपने छोटे बच्चों को लेकर जेसीबी के सामने आ गई. इतना ही नहीं महिलाओं ने स्वयं और टीम पर केरोसिन डालकर आग लगाने का प्रयास भी किया. इस दौरान धान के ढ़ेर पर आग भी लगा दी गई. घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने जमीन पर अपने पिलर लगाये.

दरअसल, नगर निगम की मानपुर रोड पर ट्रंचिंग ग्राउंड के पास पांच एकड़ जमीन है. जिस पर मानपुर रोड निवासी परमजीत सिंह आदि ने कोर्ट में दावा किया कि उनकी भूमि ग्राम कचनालगाजी स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड से लगती हुई है, जो कई सालों से उनके कब्जे में है. कब्जे के आधार पर उन्हें स्टे दिया जाए. नगर निगम को मामले में पक्षकार बनाया गया था. नगर निगम की ओर से कहा गया कि यह भूमि राजकीय भूमि है. राजकीय भूमि पर किसी को भी अधिकार प्राप्त नहीं होते.

ट्रंचिंग ग्राउंड की जमीन पर कब्जा लेने में नगर निगम के छूटे पसीने

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साथ ही यह मामला राजस्व न्यायालय का है. यह भूमि ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए प्रस्तावित है. परमजीत इस भूमि पर गलत रूप से स्टे की मांग कर रहे हैं. इस पर बीती 18 नवम्बर को उच्च न्यायालय ने परमजीत का स्टे प्रार्थना पत्र निरस्त कर दिया. जिसके बाद आज नगर निगम की टीम एसएनए आलोक उनियाल और प्रभारी एसएनए फईम खां पुलिस व राजस्व टीम के साथ ट्रंचिंग ग्राउंड से लगी जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे. जैसे ही टीम ट्रंचिंग ग्राउंड पहुंची तो ग्रामीण इकट्ठा हो गए.

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टीम ने जब पिलर लगाने की कार्रवाई शुरू की तो ग्रामीण भड़क गए. ग्रामीण महिलाएं जेसीबी के आगे छोटे बच्चों को लेकर बैठ गई. इस पर पुलिस ने उन्हें बहुत समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण कोर्ट में केस चलने की बात कहते हुए टीम का कब्जा नहीं देने पर अड़े रहे. इधर निगम के अधिकारी कोर्ट का हवाला देते हुए ग्रामीणों को समझाते रहे लेकिन ग्रामीण नहीं माने.

ग्रामीणों ने स्वयं और टीम पर केरोसीन छिड़क कर आग लगाने का प्रयास किया. जिससे वहां अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया. वहीं, ग्रामीणों ने धान के ढेर में भी आग लगा दी. सूचना मिलने पर एसएसआई प्रदीप मिश्रा अतिरिक्त पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद निगम और पुलिस अधिकारी ग्रामीणों को समझा सके. जिसके बाद टीम ने पिलर लगाकर अपना कब्जा ले लिया.

पढ़ें- अब गैरसैंण नहीं 9-10 दिसंबर को देहरादून में होगा उत्तराखंड विस का शीतकालीन सत्र

नगर निगम के एसएनए आलोक उनियाल के मुताबिक वार्ड नंबर 40 ग्राम कचनालगाजी में नगर निगम की करीब पांच एकड़ जमीन है. कोर्ट के आदेश के बाद जमीन हमें मिली है. आज टीम पिलर लगाने आई, तब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. अब समझाने के बाद पिलर लगा दिए गए हैं. ग्रामीण परमजीत सिंह ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा मेरे पास डेढ़ एकड़ जमीन है, जिससे घर का गुजारा चलता है, लेकिन निगम इसी में कूड़ा डालकर नाश कर रहा है. मेरे द्वारा कोर्ट में स्टे खारिज होने के बाद अपील डाल दी गई है.

काशीपुर: ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए जमीन पर कब्जा लेने पहुंची नगर निगम और पुलिस टीम को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. आक्रोशित महिलाएं अपने छोटे बच्चों को लेकर जेसीबी के सामने आ गई. इतना ही नहीं महिलाओं ने स्वयं और टीम पर केरोसिन डालकर आग लगाने का प्रयास भी किया. इस दौरान धान के ढ़ेर पर आग भी लगा दी गई. घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने जमीन पर अपने पिलर लगाये.

दरअसल, नगर निगम की मानपुर रोड पर ट्रंचिंग ग्राउंड के पास पांच एकड़ जमीन है. जिस पर मानपुर रोड निवासी परमजीत सिंह आदि ने कोर्ट में दावा किया कि उनकी भूमि ग्राम कचनालगाजी स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड से लगती हुई है, जो कई सालों से उनके कब्जे में है. कब्जे के आधार पर उन्हें स्टे दिया जाए. नगर निगम को मामले में पक्षकार बनाया गया था. नगर निगम की ओर से कहा गया कि यह भूमि राजकीय भूमि है. राजकीय भूमि पर किसी को भी अधिकार प्राप्त नहीं होते.

ट्रंचिंग ग्राउंड की जमीन पर कब्जा लेने में नगर निगम के छूटे पसीने

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साथ ही यह मामला राजस्व न्यायालय का है. यह भूमि ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए प्रस्तावित है. परमजीत इस भूमि पर गलत रूप से स्टे की मांग कर रहे हैं. इस पर बीती 18 नवम्बर को उच्च न्यायालय ने परमजीत का स्टे प्रार्थना पत्र निरस्त कर दिया. जिसके बाद आज नगर निगम की टीम एसएनए आलोक उनियाल और प्रभारी एसएनए फईम खां पुलिस व राजस्व टीम के साथ ट्रंचिंग ग्राउंड से लगी जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे. जैसे ही टीम ट्रंचिंग ग्राउंड पहुंची तो ग्रामीण इकट्ठा हो गए.

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टीम ने जब पिलर लगाने की कार्रवाई शुरू की तो ग्रामीण भड़क गए. ग्रामीण महिलाएं जेसीबी के आगे छोटे बच्चों को लेकर बैठ गई. इस पर पुलिस ने उन्हें बहुत समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण कोर्ट में केस चलने की बात कहते हुए टीम का कब्जा नहीं देने पर अड़े रहे. इधर निगम के अधिकारी कोर्ट का हवाला देते हुए ग्रामीणों को समझाते रहे लेकिन ग्रामीण नहीं माने.

ग्रामीणों ने स्वयं और टीम पर केरोसीन छिड़क कर आग लगाने का प्रयास किया. जिससे वहां अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया. वहीं, ग्रामीणों ने धान के ढेर में भी आग लगा दी. सूचना मिलने पर एसएसआई प्रदीप मिश्रा अतिरिक्त पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद निगम और पुलिस अधिकारी ग्रामीणों को समझा सके. जिसके बाद टीम ने पिलर लगाकर अपना कब्जा ले लिया.

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नगर निगम के एसएनए आलोक उनियाल के मुताबिक वार्ड नंबर 40 ग्राम कचनालगाजी में नगर निगम की करीब पांच एकड़ जमीन है. कोर्ट के आदेश के बाद जमीन हमें मिली है. आज टीम पिलर लगाने आई, तब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. अब समझाने के बाद पिलर लगा दिए गए हैं. ग्रामीण परमजीत सिंह ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा मेरे पास डेढ़ एकड़ जमीन है, जिससे घर का गुजारा चलता है, लेकिन निगम इसी में कूड़ा डालकर नाश कर रहा है. मेरे द्वारा कोर्ट में स्टे खारिज होने के बाद अपील डाल दी गई है.

Last Updated : Nov 29, 2021, 6:23 PM IST
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